स्टीव स्मिथ का अनुभव ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए फायदेमंद हो सकता है. स्मिथ के पास कप्तानी का अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है और वे एक भरोसेमंद बल्लेबाज भी हैं. श्रीलंका में उनकी कप्तानी का प्रदर्शन यह तय करेगा कि आने वाले समय में वे ऑस्ट्रेलिया के लिए कितने महत्वपूर्ण साबित होते हैं.
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने श्रीलंका दौरे के लिए अपनी 16 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है. इस दौरे के लिए स्टीव स्मिथ को टीम का कप्तान बनाया गया है. नियमित कप्तान पैट कमिंस ने व्यक्तिगत कारणों से छुट्टी ली है. कमिंस की बीवी दूसरे बच्चे को जल्द ही जन्म देने वाली हैं. साथ ही पैट कमिंस टखने की चोट से भी जूझ रहे हैं. ऐसे में टीम प्रबंधन ने स्टीव स्मिथ को यह जिम्मेदारी सौंपी है. स्मिथ पूरे 7 साल बाद किसी टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करते नजर आएंगे. यूं कह सकते हैं कि स्टीव स्मिथ का 7 साल का वनवास खत्म हो चुका है. उन्हें एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया का कप्तान बनाया गया है.
स्टीव स्मिथ के लिए यह कप्तानी किसी बड़ी वापसी से कम नहीं है. 2018 के सैंडपेपर विवाद के कारण स्मिथ पर 12 महीने का प्रतिबंध लगा था और उन्हें कप्तानी से भी हाथ धोना पड़ा था. इसके बाद स्मिथ ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी सिर्फ कुछ मैचों में की थी, लेकिन पूरी सीरीज के लिए नहीं.
पूरी सीरीज के लिए करेंगे कप्तानी
साल 2021 में कोविड-19 के कारण पैट कमिंस के उपलब्ध न होने पर स्मिथ ने टीम की कमान संभाली थी. इसके बाद 2023 में भारत दौरे के दौरान कमिंस अपनी मां के निधन के कारण वापस लौट गए थे, तब स्मिथ ने टेस्ट सीरीज के अंतिम दो मैचों में टीम का नेतृत्व किया, लेकिन ये दोनों अवसर अंतरिम कप्तान के तौर पर थे. अब, श्रीलंका दौरे पर स्मिथ पहली बार पूरी टेस्ट सीरीज के लिए कप्तान बने हैं.