दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज (7 जनवरी) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली चुनाव की तारीखों की घोषणा की। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने विपक्ष के हर आरोपों का प्रूफ और शायरी के साथ जवाब भी दिया। उन्होंने पिछले मतदान और नतीजों के बाद विपक्ष द्वारा उठाए गए एक-एक सवाल का जवाब देने की कोशिश की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि किसी तरह के शक का इलाज हकीम लुकमान के पास भी नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजीव कुमार काफी एग्रेसिव नजर आए।
आरोपों और इल्जामात का दौर चले, कोई गिला नहीं, झूठ के गुब्बारों को बुलंदी ममिले शिकवा नहीं। हर परिणाम में प्रमाण देते हैं, वो शक की दुनिया को बढ़वा देते हैं, शक का इलाज हकीम लुकमान के पास नहीं….
शायरी कहते हुए CEC ने एक बार फिर दोहराया कि ईवीएम (EVM) को हैक नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ईवीएम फुलप्रूफ डिवाइस है। इसे मतदान के बाद सील कर दिया जाता है और इसमें वायरस नहीं जा सकता है। साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि ईवीएम में अवैध वोट डालने की संभावना नहीं है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव से सात से आठ दिन पहले EVM तैयार हो जाता है। EVM चुनाव का सबसे सुरक्षित तरीका है। गिनती से पहले हर EVM की सील चेक होती है। सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है इसे हैक नहीं किया जा सकता है।
सब सवाल अहमियत रखते हैं जवाब तो बनता है, आदतन कलमबंद जवाब देते रहे, आज तो रू-ब-रू भी बनता है क्या पता हम कल हो न हो, आज जवाब तो बनता है…..
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने वोटर लिस्ट में गलत एंट्री के आरोपों पर कहा कि आरोपों को सुनकर दुख हता है। कहा गया कि ये ईवीएम इलेक्शन है। वोटर लिस्ट में नाम काटने की शिकायत की गई है। धीमी मतगणना के आरोप लगाए गए हैं। चुनाव आयोग पर कई सवाल उठाए गए हैं। सवालों का जवाब देना हमारी जिम्मेदारी है। पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने वोटर लिस्ट में गलत एंट्री के आरोपों पर कहा कि आरोपों को सुनकर दुख हता है। कहा गया कि ये ईवीएम इलेक्शन है। वोटर लिस्ट में नाम काटने की शिकायत की गई है। धीमी मतगणना के आरोप लगाए गए हैं। चुनाव आयोग पर कई सवाल उठाए गए हैं। सवालों का जवाब देना हमारी जिम्मेदारी है। पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता है।
इलेक्टोरल रोल में गलत वोटर्स जोड़े मामले पर ईसी ने सफाई दी
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि इलेक्टोरल रोल में गलत वोटर्स जोड़े गए। महाराष्ट्र से शुरू हुआ और दिल्ली में अभी यही चल रहा है। ऐसा कहा गया कि ग्रुप को टारगेट किया जा रहा है। कहा गया कि कुछ विधानसभा में 50 हजार वोटर बढ़ा दिए गए। पार्टी कोई जीत गई। ईवीएम पर भी चल ही रहा है। वोटर टर्नआउट भी 5 बजे के बाद बढ़ जाता है। कौन से 5 बजे से 10 बजे के बीच लोग खड़े थे हमें दिखाइए, ऐसा बोला गया।
सवाल पूछने का अधिकार लोकतंत्र में है, जवाब देना हमारी जिम्मेदारी है
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि वोटर्स में मिस मैच हो गया, काउंटिंग में गड़बड़ी, उसे धीमा कर दिया, कहा गया कि कुछ नियम बदले हैं, जिससे ट्रांसपेरेंसी खत्म हुई। 45-50 लाख पोलिंग अफसर हैं, जो उसी राज्य के होते हैं, अलग-अलग डिपार्टमेंट के होते हैं। बूथ पर पहुंचने से पहले 2-3 दिन पहले पहुंचते हैं। सवाल पूछने का अधिकार लोकतंत्र में है। हम इसका सम्मान करते हैं। जवाब देना हमारी जिम्मेदारी है। सब सवाल अहमियत रखते हैं, जवाब तो बनता है। आदतन कलमबंद जवाब देते रहे, रूबरू जवाब बनता है। क्या पता कल हो ना हो, आज जवाब बनता है। 2020 से 30 राज्यों के इलेक्शन हुए। अलग-अलग पार्टियों को मैक्सिमम सीट मिलीं। ये दिखाती हैं कि भारत का वोटर कितना जागरूक है। ये पूरी पिक्चर किसी को दिखा दो तो पार्टियों को पता है कि परिणाम के आधार पर प्रक्रिया का आकलन नहीं हो सकता है।