दिल्ली में फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग ने अंतिम वोटर लिस्ट जारी की है, जिसमें 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 लोगों का मताधिकार है. चुनाव आयोग के अनुसार, इस बार दिल्ली के चुनाव में 1.55 करोड़ से अधिक लोग वोट देंगे. पुरुषों की संख्या 83,49,645 है, जबकि महिलाओं की 71,73,952 है, और थर्ड जेंडर 1,261 है. दिल्ली के वोटर्स की अंतिम सूची चुनाव आयोग ने जारी की है, जिसमें वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम हटाने के आरोप लगाए जा रहे थे. कुछ दिनों पहले, पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके बीजेपी पर वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम हटाने की मांग करने का आरोप लगाया था.
बाद में बीजेपी ने दावा किया कि ये अर्जियां असल में आम आदमी पार्टी ने फाइल की थी, ताकि बीजेपी पर आरोप लगाए जा सकें. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने वोटर लिस्ट से नाम हटाने की साजिश की है. उन्होंने कहा कि AAP ने हामिद अंसारी के बेटे सुलेमान अंसारी और नेवी वाइस एडमिरल संजय भल्ला का नाम भी वोटर लिस्ट से हटाने की साजिश की है. उन्होंने कहा कि अब लोकसभा सेक्रेटरी उत्पल कुमार का नाम भी हटाने की अर्जी दी गई है.
दिल्ली में कितने वोटर्स बढ़े?
दिल्ली में 2020 के विधानसभा चुनाव में 1.47 करोड़ वोटर्स थे, जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव में 3.10 लाख वोटर्स थे. पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में वोट देने वालों की संख्या 1.52 करोड़ से अधिक थी.
दिल्ली में CM आतिशी के सामने रमेश बिधूड़ी
बीजेपी ने शनिवार को 29 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी, जिसमें नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा चुनाव लड़ेंगे और दिल्ली की कालकाजी सीट से सीएम आतिशी चुनाव लड़ेंगी. आतिशी 2020 में पहली बार इस सीट से जीती थीं.
दिल्ली में क्या रहे थे नतीजे
2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 67 सीटें जीतीं, जो दिल्ली के इतिहास में पहली बार था कि किसी पार्टी ने इतनी सीटें जीतीं. पिछले दो विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 60 से अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाई है. वहीं, 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटें जीतीं, बीजेपी ने 8 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने दो चुनावों में एक भी सीट नहीं जीती.