पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद से ही उनके नाम पर सियासत जारी है. BJP और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने एक-दूसरे पर सवाल कर अपमान का आरोप लगा रहीं है. मनमोहन सिंह के नाम पर चल रहे विवाद पर अब महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस की एंट्री हो गई है. उन्होंने कांग्रेस पर वंशवाद के चलते अपमानित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “हमने पहले भी ऐसे कई कद्दावर नेताओं का अपमान देखा है, सिर्फ इसलिए कि वे गांधी वंश से नहीं थे. हमने ऐसे मौके देखे हैं जब हमारे प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा अपमानित किया गया, लेकिन कांग्रेस कभी भी उनके समर्थन में आगे नहीं आई.”
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने गुरुवार को निधन हो गया था. उन्होंने 92 वर्ष की आयु में दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली. मनमोहन सिंह ने बतौर प्रधानमंत्री 10 साल तक देश की सेवा के दौरान भारत के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए उनके द्वारा भारत को गंभीर आर्थिक संकट से उबारने में बहुत बड़ा योगदान रहा. लेकिन उनके निधन के बाद भी उनके नाम पर राजनीति खत्म होने का नाम नहीं ले रही.
मनमोहन सिंह के अपमान को लेकर चल रहे विवाद में महाराष्ट्र के सीएम देवेंन्द्र फडणवीस ने निशाना साधा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोशल मीडिया एक्स में एक पोस्ट शेयर किया है. जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर वंशवाद का आरोप लगाया है. उन्होनें कहा कि कांग्रेस ने डॉ. मनमोहन सिंह का अपमान किया. वह भी इसलिए क्योंकि वह गांधी परिवार से नहीं आते थे. उन्होनें आगे लिखा, “भारत के महान अर्थशास्त्री और राजनेता, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर पूरा देश शोक मना रहा है. हम सभी दुख में हैं, लेकिन इस बीच मुझे इस बात का भी दुख है कि उनकी मृत्यु के दौरान भी कांग्रेस गंदी राजनीति कर रही है.”
पाकिस्तान ने किया अपमान लेकिन कांग्रेस ने चुप रही
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने पोस्ट में लिखा, हमने ऐसे मौके देखे हैं जब हमारे प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा अपमानित किया गया, लेकिन कांग्रेस कभी भी उनके समर्थन में आगे नहीं आई. “हमने पहले भी ऐसे कई कद्दावर नेताओं का अपमान देखा है, सिर्फ इसलिए कि वे गांधी वंश से नहीं थे.
पीवी नरसिम्हा राव और प्रणब मुखर्जी का भी किया जिक्र
कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, न केवल मनमोहन सिंह, बल्कि दिवंगत पीवी नरसिम्हा राव, दिवंगत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी अपनी ही पार्टी और राजवंश के नेताओं द्वारा इस तरह के अपमान से गुजरना पड़ा.” मुख्यमंत्री ने आगे लिखा, “यहां तक कि पीवी नरसिम्हा राव के पार्थिव शरीर को भी AICC मुख्यालय में नहीं जाने दिया गया. ये सभी घटनाएं हमें याद दिलाती रहती हैं कि वंशवादी राजनीति लोकतंत्र और संविधान के सार के संरक्षण के लिए कितनी खतरनाक है!”
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह ने लगाए कांग्रेस पर गंभीर आरोप
इससे पहले रविवार को मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन के दौरान गांधी परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं होने पर उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा था. केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा, ‘आज जब डॉ. मनमोहन सिंह की अस्थियों को विसर्जन के लिए ले जाया गया, तो गांधी परिवार से कोई भी मौजूद नहीं था. मैंने उस तस्वीर को ध्यान से देखा, यहां तक कि कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों को भी, मैंने उनमें से किसी को भी नहीं देखा. ये किस सम्मान की बात कर रहे हैं.
इसके अलावा हरदीप पुरी ने प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के पार्थिव शरीर के साथ व्यवहार को लेकर कांग्रेस पर हमला कर कहा, ‘नरसिम्हा राव की मृत्यु 23 दिसंबर 2004 को हुई थी,और कांग्रेस पार्टी ने उनके पार्थिव शरीर को एआईसीसी मुख्यालय ले जाने की इजाजत नहीं दी. कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ एक परिवार को महत्व दिया है. इसलिए नरसिम्हा राव का स्मारक मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही दिल्ली में बन पाया.