महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) को मिली बंपर जीत आरएसएस की देन मानी जा रही है। विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद अब आरएसएस (RSS) महाराष्ट्र निकाय चुनाव में भी बड़ी भूमिका निभाने को तैयार है। चुनाव को लेकर बीजेपी के बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है।
दरअसल महाराष्ट्र में नगर पालिकाओं के चुनाव अगले वर्ष 2025 में होने हैं। इसे लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयार हैं और वे बिना गठबंधन चुनाव लड़ सकती हैं।
महाराष्ट्र निकाय चुनाव बीजेपी अकेले लड़ सकती है। जबकि विधानसभा चुनाव उसने महायुति के दो सहयोगियों एनसीपी और शिवसेना के साथ मिलकर लड़ा था। ऐसी स्थिति महाविकास अघाड़ी के साथ नजर आ रही है। महाविकास अघाड़ी के तीनों घटक दल भी अलग-अलग चुनाव लड़ सकते हैं। बीएमसी पर 25 वर्षों से अविभाजित शिवसेना का कब्जा रहा है। शिवसेना के विभाजन के बाद पहली बार बीएमसी का चुनाव हो रहा है।
रणनीतियों पर बीजेपी ने शुरू कर दिया काम
बीजेपी ने आरएसएस के नेतृत्व में अपने फ्रंट संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करना शुरू कर दी है। इसने भयंदर में एक बैठक भी आयोजित की, जिसकी अध्यक्षता सीएम देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने की थी। बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि भयंदर की बैठक से यह संदेश बाहर निकल कर रहा है कि विधानसभा चुनाव में इसलिए बड़ी सफलता मिली कि बीजेपी और आरएसएस साथ थी।
दो नई नगर पालिका में होंगे चुनाव
महाराष्ट्र के 27 नगर पालिकाओं में चुनाव होने हैं। इनमें बीएमसी (Brihanmumbai Municipal Corporation) भी शामिल है। इसके अतिरिक्त हाल में बनाए गए दो नए नगर पालिका में भी पहला चुनाव होना है। वहीं महायुति की पूर्ववर्ती सरकार में शिवसेना-यूबीटी बीएमसी चुनाव में देरी के आरोप लगाती रही है।