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छत्तीसगढ़ में फिर मानवता शर्मसार : खेत में मिला जिंदा नवजात, दफन करने की कोशिश, रोने की आवाज सुन ग्रामीणों ने बचाई जान

सरगुजा,

छत्तीसगढ़ में लगातार मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आ रहा है. धमतरी के बाद अब सरगुजा जिले में जिंदा नवजात खेत में मिला है. नवजात को दफन करने की कोशिश की गई थी. बच्चे के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने नवजात की जान बचाई है. बताया जा रहा कि यह बच्चा कुछ ही घंटे पहले पैदा हुआ है. पूरा मामला सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पेटला कोयलापानी का है.

ग्रामीणों ने नवजात को सीतापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. सीतापुर मेडिकल ऑफियर ड्रॉ. एम निकुंज ने बताया, बच्चा डॉक्टरों की निगरानी में है. उनकी हालत खतरे से बाहर है. इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस जांच में जुट गई है.

धमतरी में भी नाले के पास मिला था जिंदा नवजात

इसी हफ्ते धमतरी जिले के चरोटा गांव में नाले के पास जीवित नवजात मिला था. बच्चे को यूरिया खाद वाली प्लास्टिक की बोरी में भरकर नाले में फेंक दिया गया था. कुछ लोगों ने सुबह की सैर के दौरान रोने की आवाज सुनी, तब नवजात का पता चला. इसके बाद तुरंत ही गांव की मितानिन को बुलाया गया, फिर मितानिन ने बच्चे को धमतरी जिला अस्पताल पहुंचाया, जिससे नवजात की जान बच गई.

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सरगुजा, छत्तीसगढ़ में लगातार मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आ रहा है. धमतरी के बाद अब सरगुजा जिले में जिंदा नवजात खेत में मिला है. नवजात को दफन करने की कोशिश की गई थी. बच्चे के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने नवजात की जान बचाई है. बताया जा रहा कि यह बच्चा कुछ ही घंटे पहले पैदा हुआ है. पूरा मामला सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पेटला कोयलापानी का है. ग्रामीणों ने नवजात को सीतापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. सीतापुर मेडिकल ऑफियर ड्रॉ. एम निकुंज ने बताया, बच्चा डॉक्टरों की निगरानी में है. उनकी हालत खतरे से बाहर है. इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस जांच में जुट गई है.

धमतरी में भी नाले के पास मिला था जिंदा नवजात

इसी हफ्ते धमतरी जिले के चरोटा गांव में नाले के पास जीवित नवजात मिला था. बच्चे को यूरिया खाद वाली प्लास्टिक की बोरी में भरकर नाले में फेंक दिया गया था. कुछ लोगों ने सुबह की सैर के दौरान रोने की आवाज सुनी, तब नवजात का पता चला. इसके बाद तुरंत ही गांव की मितानिन को बुलाया गया, फिर मितानिन ने बच्चे को धमतरी जिला अस्पताल पहुंचाया, जिससे नवजात की जान बच गई.
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