झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की बहू और पहली बार विधायक बनीं बीजेपी नेत्री पूर्णिमा साहू ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार के शासन में अपराधियों के बढ़ते मनोबल के कारण राज्य की महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं. इस साल, पूर्णिमा साहू ने जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकारी समिति के सदस्य अजय कुमार को 42,000 से अधिक मतों से हराकर राज्य विधानसभा के लिए चुनाव जीता.
रघुबर दास 1995 से पांच बार इस पद पर रहे हैं. पूर्णिमा साहू ने एक बयान में कहा कि हेमंत सोरेन सरकार के शासन में अपराधियों के बढ़ते मनोबल के कारण महिलाएं और छात्राएं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं. उन्होंने दावा किया कि झारखंड में छेड़छाड़ जैसी घटनाएं आम हो गई हैं.
पूर्णिमा साहू ने हेमंत सोरेन सरकार पर लगाया आरोप
पूर्णिमा साहू ने दावा किया कि सोरेन सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए एक भी वादे को पूरा नहीं किया है और मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं को दिए गए 2,500 रुपये अभी तक लाभार्थियों के खातों में नहीं भेजा गया है.
कानून व्यवस्था पर बाबूलाल मरांडी ने भी उठाए सवाल
यही नहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को गिरिडीह के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कबरीबाद-चिलगा गांव में हाल में अपराधियों के हमले में मारे गए दामोदर यादव के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी. राज्य में हाल के दिनों में हुई आपराधिक घटनाओं को लेकर विधि-व्यवस्था पर सवाल उठाया.
उनका कहना था कि पुलिस-प्रशासन की अनियमित कार्यशैली ने अपराधियों का मनोबल बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि दामोदर यादव की हत्या जिस बेरहमी से की गई, वह एकमात्र उदाहरण मात्र है, और ऐसी कई घटनाएं राज्य के विभिन्न हिस्सों में हो रही हैं.