झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की राजनीति में वापसी होने जा रही है. ओडिशा के गर्वनर पद से इस्तीफा सौंपने के बाद रघुवर दास को BJP बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है. पूर्व CM रघुवर दास ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंपा था उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. अब रघुवर दास फिर से राजनीति में सक्रिय हाेंगे.
ओडिशा के राज्यपाल रहे रघुवर दास राज्यपाल बनाए जाने से पहले झारखंड में बीजेपी का बड़ा चेहरा रहे है. साल 2014 विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद बीजेपी ने उन्हें झारखंड की सीएम बनाया था. रघुवर दास पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले पहले मुख्यमंत्री है. 2019 में बीजेपी को मिली हार के बाद उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया.
गर्वनर पद से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी फिर एक बार उन्हें बड़ा दायित्व दे सकती है. रघुवर दास के नाम पर दो तरह चर्चा. पहला यह कि उन्हें राज्य में संगठन में जिम्मेदारी देते हुए झारखंड में बीजेपी को मजबूत करने का काम दे सकती है. वहीं दूसरी चर्चा इस बात का है कि जेपी नड्डा के बाद उन्हें पार्टी की बागडोर सौंपी जा सकती है. जनवरी 2025 में उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है. हालांकि रघुवर दास ने अपने आगे की रणनीति पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इसके पीछे की वजह रघुवर दास का पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अच्छे संबंध बताए जा रहे है.
रघुवर दास की गिनती भाजपा के जमीन से जुड़े नेताओं में की जाती है. उन्होंने सीतारामडेरा के बूथ स्तर के कार्यकर्ता से प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और राज्यपाल तक का सफर तय किया. मुख्यमंत्री बनने से पहले वे कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रह चुके हैं.
झारखंड के 6वे मुख्यमंत्री
छत्तीसगढ़ में जन्में रघुवर दास झारखंड के गैर आदिवासी मुख्यमंत्री रहे है. 1995 में पहली बार बिहार के जमशेदपुर पूर्व से सीट विधायक बने. जनता पार्टी से राजनीति की शुरूआत करने वाले रघुवर दास बाद में झारखंड के 6वे मुख्यमंत्री बने. अब बीजेपी इन्हें फिर एक बार पार्टी की बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी में है.