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पूर्वांचलियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी पर JDU का अरविंद केजरीवाल को जवाब, कहा- क्या दिल्ली उनकी निजी संपत्ति है?

दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही पार्टियों के बीच बहस भी तीखी होती जा रही है. बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक-दूसरे को पूर्वांचलियों के मुद्दे पर घेर लिया है. भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर दिल्ली में चुनाव लड़ने वाली जनता दल ने केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि आपने बिहारियों और पूर्वांचलियों के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की है.

जदयू के जंतर-मंतर स्थित कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी ने कोविड के दौरान केजरीवाल का एक कथित वीडियो प्रसारित किया, जिसमें वह कहते हैं कि बिहार से लोग 500 रुपये का टिकट लेकर दिल्ली आते हैं और 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज करवाकर वापस चले जाते हैं. उन्होंने कहा JDU दिल्ली चुनाव में ‘सीटों बंटवारे पर बातचीत जारी है. लेकिन हम BJP के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे,’

JDU के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा, ” अक्सर इन दिनों हम केजरीवाल के बिहार और पूर्वांचली प्रेम के बारे में सुनते हैं. लेकिन वीडियो में देखिए वह क्या कह रहे हैं. कोविड के दौरान उन्होंने बिहार और पूर्वांचल के लोगों को बसों में भरकर दिल्ली की सीमा पर उतार दिया.” लोगों को शहर से बाहर निकाला गया, लेकिन नीतीश कुमार ने दिल्ली में फंसे सभी लोगों के खातों में पैसे जमा कराए और खाना खिलाने के लिए भोजन कैंप लगाए.

“केजरीवाल ने पूर्वांचलियों के लिए जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, उसे देखो. क्या दिल्ली उनकी निजी संपत्ति है? यह राष्ट्रीय राजधानी है. केजरीवाल पाखंडी और अवसरवादी हैं, वह राजनेता भी नहीं हैं, वह राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं वाले नौकरशाह हैं. वह कहते हैं कि भाजपा पूर्वांचलियों के खिलाफ है, आपने दिल्ली को बर्बाद कर दिया है, रेवड़ी बांटकर राजस्व सरप्लस वाले राज्य को घाटे में ला दिया है; आपके जितना पूर्वांचलियों के खिलाफ कोई नहीं है.

भाजपा ने 2020 में JDU के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था, तब पार्टी ने पूर्वांचली बहुल बुराड़ी और संगम विहार सीटों पर चुनाव लड़ा था, जहां JDU 3 सीटों पर टिकट मांग रही है, जबकि NDA के 2 अन्य सहयोगी चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) भी 3-1-1 के फॉर्मूले पर राजधानी की 70 विधानसभा सीटों में हिस्सेदारी मांग रहे है.

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दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही पार्टियों के बीच बहस भी तीखी होती जा रही है. बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक-दूसरे को पूर्वांचलियों के मुद्दे पर घेर लिया है. भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर दिल्ली में चुनाव लड़ने वाली जनता दल ने केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि आपने बिहारियों और पूर्वांचलियों के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की है. जदयू के जंतर-मंतर स्थित कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी ने कोविड के दौरान केजरीवाल का एक कथित वीडियो प्रसारित किया, जिसमें वह कहते हैं कि बिहार से लोग 500 रुपये का टिकट लेकर दिल्ली आते हैं और 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज करवाकर वापस चले जाते हैं. उन्होंने कहा JDU दिल्ली चुनाव में ‘सीटों बंटवारे पर बातचीत जारी है. लेकिन हम BJP के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे,’ JDU के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा, ” अक्सर इन दिनों हम केजरीवाल के बिहार और पूर्वांचली प्रेम के बारे में सुनते हैं. लेकिन वीडियो में देखिए वह क्या कह रहे हैं. कोविड के दौरान उन्होंने बिहार और पूर्वांचल के लोगों को बसों में भरकर दिल्ली की सीमा पर उतार दिया.” लोगों को शहर से बाहर निकाला गया, लेकिन नीतीश कुमार ने दिल्ली में फंसे सभी लोगों के खातों में पैसे जमा कराए और खाना खिलाने के लिए भोजन कैंप लगाए. “केजरीवाल ने पूर्वांचलियों के लिए जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, उसे देखो. क्या दिल्ली उनकी निजी संपत्ति है? यह राष्ट्रीय राजधानी है. केजरीवाल पाखंडी और अवसरवादी हैं, वह राजनेता भी नहीं हैं, वह राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं वाले नौकरशाह हैं. वह कहते हैं कि भाजपा पूर्वांचलियों के खिलाफ है, आपने दिल्ली को बर्बाद कर दिया है, रेवड़ी बांटकर राजस्व सरप्लस वाले राज्य को घाटे में ला दिया है; आपके जितना पूर्वांचलियों के खिलाफ कोई नहीं है. भाजपा ने 2020 में JDU के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था, तब पार्टी ने पूर्वांचली बहुल बुराड़ी और संगम विहार सीटों पर चुनाव लड़ा था, जहां JDU 3 सीटों पर टिकट मांग रही है, जबकि NDA के 2 अन्य सहयोगी चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) भी 3-1-1 के फॉर्मूले पर राजधानी की 70 विधानसभा सीटों में हिस्सेदारी मांग रहे है.
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