महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे को सोमवार को चिराई गांव में संत निवृत्तिनाथ महाराज के पादुका दर्शन के कार्यक्रम में एक किसान ने प्याज की माला पहना दी. प्याज उत्पादक किसान ने माइक पर बोलने की कोशिश की, पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया. पिछले 10 दिनों में प्याज की कीमतों में 2,000 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट से परेशान हैं. किसानों का कहना है कि 20 % निर्यात शुल्क लगाने से कीमतें स्थिर नहीं हुई हैं, जिससे उनकी समस्याएं बढ़ गई हैं.
किसानों का कहना है कि सरकार ने प्याज पर निर्यात शुल्क लगाने का निर्णय गलत साबित हुआ है, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई है. वे सरकार से तत्काल मदद की मांग कर रहे हैं. अगर सरकार जल्द ही कुछ नहीं करती तो उनका आंदोलन और तेज हो जाएगा. सरकार किसानों की समस्याओं पर क्या कदम उठाती है, यह देखना होगा.
अजित पवार ने लिखा पीयूष गोयल को पत्र
गुरुवार को, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर नासिक के प्याज किसानों की स्थिति को उजागर किया, कहा कि नई फसल आने से मंडियों में प्याज की भरमार हो गई है, और किसानों को औसतन 2,400 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर अपना उत्पाद बेचना पड़ रहा है.
पवार ने लिखा कि गर्मी की फसल खत्म हो गई है और नई फसल पूरे महाराष्ट्र में पहुंच गई है, लेकिन किसान अब परेशान हैं क्योंकि वे अपनी उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं पा रहे हैं. बेमौसम बारिश और जलवायु परिवर्तन ने प्याज उत्पादकों को पहले ही काफी नुकसान पहुंचा है. नागपुर में राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में भाग लेते हुए पवार ने किसानों के सामने आने वाली आर्थिक समस्याओं को तत्काल हल करने की जरूरत पर जोर दिया.