दिल्ली चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के LG वीके सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) ने अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखा है. इसमें उन्होंने दिल्लीवासियों की समस्याओं का जिक्र किया है. बीतें दिनों एलजी कपासहेडा और रंगपुरी इलाके का दौरा किया था. निरीक्षण के बाद हो रहे काम को लेकर उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है. उन्हाेंने चिट्ठी में लिखा, “10 साल बाद ही सही दिल्ली के हालात को लेकर आपकी आंखें खुली. इसके साथ ही दिल्ली के खराब स्कूल और अस्पताल को लेकर भी सरकर ने ध्यान दिया होता तो बेहतर होता.
इसके अलावा एलजी ने अस्पतालों में दवाओं और डॉक्टरों की कमी का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने स्कूल मोहल्ला क्लिनिक और यमुना प्रदूषण को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी को निशाने पर लिया. उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने चिट्ठी में लिखा, “10 साल बाद ही सही दिल्ली के हालात को लेकर आपकी आंखें खुली. इसके साथ ही दिल्ली के खराब स्कूल और अस्पताल को लेकर भी सरकर ने ध्यान दिया होता तो बेहतर होता.” पत्र में उन्होंने आगे लिखा कि जिस जगह की बदहाली उन्होंने दिखायी उस जगह भी केजरीवाल खुद नहीं गये बल्कि अपनी जगह टेंपरेरी सीएम आतिशी को भेजा.
एलजी बोले खुशी की बात है की…
एलजी सक्सेना ने पत्र में ये भी लिखा, “खुशी की बात है, कि अब आप अपनी जिम्मेदारियों का संज्ञान लेने लगे हैं और दस साल बाद ही सही, दिल्ली की बदतर स्थिति और लोगों की दुर्दशा और बेबसी आपको नजर आने लगी है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आगे भी मैं आपका ध्यान इन मुद्दों पर आकर्षित करता रहूंगा.”
वीके सक्सेना ने लिखा, “मुझे प्रसन्नता होती यदि आप दिल्ली सरकार के उन स्कूलों की तरफ भी ध्यान देते, जहां एक ही कमरे में दो कक्षा के छात्र एक-दूसरे की तरफ पीठ कर Ghost Teachers द्वारा पढ़ाये जाते हैं, उन मोहल्ला क्लीनिकों का संज्ञान लेते, जहां हालत जर्जर है और डॉक्टर बिना क्लिनिक आये, Ghost मरीजों के टेस्ट लिखते हैं, उन सरकारी अस्पतालों को सुधारते जहां दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं, गंदगी का अम्बार है, और डॉक्टर नदारद रहते हैं, तथा उन गरीबों की समस्या का समाधान करते जिनके पानी और बिजली के हजारों रुपये के बिल आ रहे हैं.”
युमना की गंदगी पर केजरीवाल को ठहराया जिम्मेदार
पत्र में उन्होंने आगे लिखा आपको याद दिलाना उचित होगा कि इन मुद्दों पर आज तक कोई काम नहीं हुआ और यमुना तो इस साल प्रदूषण के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. अगर बुरा न मानें तो इसका जिम्मेवार मैं व्यक्तिगत रूप से आपको ही ठहराऊंगा, चूंकि आपने ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाल, यमुना में हो रही सफाई के कार्य पर रोक लगवाई थी. मैं आपसे बार-बार यह अनुरोध करता रहा कि आप स्वयं शहर में बाहर निकलें और स्थिति का जायजा लें.