बिलासपुर। जी हां रेलवे व्यवसाय करने वाले गरीब लोगों के लिए सारे नियमों को ताक पर रख कर काम करती है। चांपा से बिलासपुर की ओर चलने वाले अधिकतर ट्रेनों में और तो और कई जगहों के ट्रेनों में भी संभवतः यही दृश्य देखने को मिल जायेगा। लेकिन आम आदमी अगर टिकट ना ले तो उसके लिए दंड का प्रावधान और व्यवसाय करने वालों को विशेष छूट का प्रावधान दिया जाता है। आखिर यह किन नियमों के तहत होता है। इसकी जानकारी भी रेलवे का कोई अधिकारी नहीं देना चाहता। अब बात करते है रेलवे में छोटा छोटा व्यवसाय जैसे समोसा 20 का 6 और टॉवेल 50 का 2 जैसे कई समान बेचते रेल के अंदर बोगी में देखने मिल जाता है। शायद ये रेलवे से अधिकृत या फिर ठेका पद्धति से संबंधित होते होंगे जिसकी जानकारी किसी को नहीं होती। वहीं रेलवे के आरपीएफ पोस्ट और जीआरपी से जब इस विषय में जानकारी लीं जाती है तो वे यही कहते नजर आते है कि हमारे द्वारा समय समय पर कार्रवाई की जाती है बावजूद कितने लोगों को मना कर सकते है। वे कार्रवाई के बाद भी बार बार आ ही जाते है। वहीं रेलवे की विशेष टीम भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते है लेकिन इन पर लगाम लगा पाना शायद ही रेलवे के बस में हो। फिलहाल 50 का 2 टॉवेल जनशताब्दी ट्रेन में आपको जरूर मिल जाएगा। आपको किसी दुकान जाने की भी जरूरत नहीं।