संसद परिसर में बीजेपी सांसदों को लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा धक्का देने के मामले में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। किरेन रिजिजू ने कहा, “संसद कोई कुश्ती और स्मार्टनेस दिखाने का मंच नहीं है। राहुल गांधी ने शारीरिक ताकत दिखाई है। राहुल गांधी ने बीजेपी के दो सांसदों को धक्का दिया। अगर हमारे एमपी भी हाथ उठा देते तो क्या होता।
न्यूज ऐजेंसी एएनाई से बात करते हुए कहा कि मकर द्वार लोकसभा और राज्यसभा दोनों में सांसदों के प्रवेश का मुख्य द्वार है। कांग्रेस और उनके अन्य सांसद उस विशेष स्थान पर खड़े रहे और पूरे सत्र के दौरान वे तख्तियां दिखाते रहे और नारे लगाते रहे। आज पहली बार एनडीए के सांसद 1951 के बाद से कांग्रेस पार्टी द्वारा अंबेडकर के अपमान के खिलाफ विरोध करने वहां गए थे। पहली बार एनडीए के सांसद विरोध करने वहां गए थे। जब एनडीए के सांसद मकर द्वार, मुख्य द्वार पर विरोध कर रहे थे, तब राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के सांसद आए और भाजपा के दो सांसदों पर हमला किया, उन्हें धक्का दिया और अन्य सांसदों के साथ भी धक्का-मुक्की की।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि धक्कामुक्की में भाजपा के दो सांसद प्रताप सिंह सारंगी और मुकेश राजपूत को गंभीर चोटें आई हैं। मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि अगर आप इस तरह की शारीरिक हिंसा का सहारा लेंगे, अगर अन्य सांसद भी शारीरिक हिंसा का सहारा लेने लगेंगे, तो क्या होगा? हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। राहुल गांधी को अन्य सांसदों के खिलाफ अपनी शारीरिक शक्ति का उपयोग करने का अधिकार किसने दिया है। इसका मतलब यह नहीं है कि अन्य सांसद कमजोर हैं। यह सिर्फ़ इसलिए है क्योंकि हम अहिंसा में विश्वास करते हैं और हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं।
राहुल गांधी की ये हरकत उनकी हताशा बता रहा
बीजेपी सांसदों के साथ धक्कामुक्की का विरोध करते हुए किरेन रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा सांसदों पर शारीरिक हमला निंदनीय है। यह उनके गुस्से, उनकी हताशा का घोर दुरुपयोग है और जिस तरह से राहुल गांधी ने संसद के साथ व्यवहार किया है। उससे पता चलता है कि राहुल गांधी लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं। मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूँ कि हम देखेंगे कि हम क्या उचित कार्रवाई कर सकते हैं। लेकिन उन्हें देश से माफ़ी मांगनी चाहिए कि उन्होंने दूसरे सांसदों के खिलाफ़ अपनी शारीरिक शक्ति का इस्तेमाल किया है। हम सिर्फ़ इसलिए शारीरिक जवाबी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं क्योंकि हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं।
राहुल गांधी को देश की जनतासा माफी मांगनी चाहिए
अल्पसंख्यक मंत्री ने कहा कि हम दूसरे सांसदों के खिलाफ़ अपनी शारीरिक शक्ति का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं क्योंकि हम उसमें विश्वास नहीं करते हैं। हम अहिंसा में विश्वास करते हैं। राहुल गांधी को समझना चाहिए और देश से और उन सांसदों से माफ़ी मांगनी चाहिए जिन्हें उन्होंने सबसे गंभीर चोट पहुँचाई है। उचित कार्रवाई की जाएगी। सबसे पहले, हम चोट के स्तर को देखेंगे क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार चोट काफी गंभीर थी और थोड़ा खून भी बह रहा था। अभी चिकित्सा उपचार चल रहा है। हम अब स्थिति देखेंगे।
जानिए क्या है पूरा मामला
राज्यसभा में बाबासाहेब आंबेडकर पर अमित शाह के दिए भाषण को लेकर पिछले दो दिन से कांग्रेस और बीजेपी में आर-पार की लड़ाई चल रही है। आज (18 दिसंबर) कांग्रेस ने अमित शाह के बायन के विरोध में पदर्शन किया। वहीं बीजेपी ने शाह के समर्थन में रैली निकाली। इसी दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच टकराव हो गया। राहुल गांधी ने बीजेपी सांसद ताप सारंगी को धक्का दे दिय़ा। इससे वो गिरकर चोटिल हो गए। सारंगी को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
घटना पर भाजपा सांसद ने कहा कि मैं खड़ा था। राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया और वो मेरे ऊपर गिर गए। मैं भी गिर गया, जिससे मेरी सिर में चोट लग गई है। उन्हें इलाज के लिए अस्तपाल में भर्ती करवाया गया है।