रूस के न्यूक्लियर प्रोग्राम के चीफ इगोर किरिलोव की मॉस्को के एक धमाके में मौत हो गई है। वह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बेहद करीबी माने जाते थे। यह धमाका राष्ट्रपति भवन से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है। यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस ने ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है। किरिलोव को अप्रैल 2017 में न्यूक्लियर फोर्सेस का चीफ बनाया गया था। वे रूस के रेडिएशन, केमिकल और जैविक हथियार जैसे विभागों के चीफ रह चुके थे।
कहा जा रहा है कि धमाके के लिए 300 ग्राम टीएनटी का इस्तेमाल किया गया था। इलेक्ट्रिक स्कूटर में बम लगाकर गोर किरिलोव को मारा गया है। ब्लास्ट इतना जबरदस्थ था कि मास्को का आसमान धुंआ-धुंआ हो गय़ा। इस संबंध में आपराधिक हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
BBC के मुताबिक जनरल किरिलोव अपार्टमेंट से बाहर निकल रहे थे उसी वक्त नजदीक में ही पार्क स्कूटर में ब्लास्ट हो गया। इसमें किरिलोव के साथ-साथ उनका अस्टिटेंट भी मारा गया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यूक्रेन के अधिकारियों के हवाले बताया है कि किरिलोव की हत्या यूक्रेन ने कराई है। वहीं यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक किरिलोव की हत्या यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस (SBU) ने कराई है।
धमाके से 4 मंजिल तक खिड़कियों के कांच टूटे
धमाका इतना तेज था कि इससे इमारत की 4 मंजिल ऊपर तक खिड़कियों के कांच टूट गए। UN टूल के मुताबिक 300 ग्राम TNT विस्फोटक से करीब 17 मीटर (55 फीट) दूरी पर मौजूद कांच की खिड़की भी टूट सकती है। इसके अलावा यह विस्फोटक 1.3 मीटर दूर मकान को भी धमाके में नुकसान पहुंचा सकता है। किरिलोव की मौत के बाद रूसी संसद के डिप्टी स्पीकर ने कहा है कि उनकी हत्या का बदला जरूर लिया जाएगा।