तबला वादक जाकिर हुसैन के निधन के बाद एक और दुखद खबर सामने आई है. प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक और हारमोनियम वादक पंडित संजय राम मराठे का ठाणे के एक अस्पताल में निधन हो गया है. उन्होंने 68 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है.
पंडित संजय राम मराठे नहीं रहे
इस बात की जानकारी उनके परिवार के सदस्यों ने सोमवार को यह जानकारी दिया है. उनके परिवार ने कहा कि पंडित संजय राम मराठे को दिल का दौरा पड़ा और उन्हें ठाणे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई है. जाकिर हुसैन के बाद अब पंडित संजय राम मराठे के निधन की खबर से इंडस्ट्री में शोक का माहौल है. संजय राम मराठे संगीत भूषण पंडित राम मराठे के बड़े बेटे थे.
पंडित संजय राम मराठे को मिले कई पुरस्कार
पंडित संजय राम मराठे अपने पीछे भारतीय शास्त्रीय संगीत और रंगमंच की विरासत छोड़ गए हैं. अपने हारमोनियम और सुरीली आवाज से उन्होंने पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई. उन्हें देश-विदेश में कई बड़े सम्मानों से नवाजा जा चुका है. साल 2024 में अपने पिता की जन्मशती के उपलक्ष्य में आयोजित कई कार्यक्रमों में उन्हें देखा गया था. पंडित संजय राम मराठे ने अपने छोटे भाई मुकुंद मराठे के साथ मिलकर अपने पिता की शताब्दी मनाने के लिए प्रसिद्ध मराठी संगीत नाटक ‘संगीत मंदारमाला’ को पुनर्जीवित किया था.
प्रशंसकों ने संजय राम मराठे को दी श्रद्धांजलि
पंडित संजय राम मराठे के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक पोती है. हारमोनियम बजाने और गायन के लिए उन्हें प्रतिष्ठित पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए है. प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन के बाद अब पंडित संजय राम मराठे की मौत की खबर ने सभी को चौंका दिया है. उनके फैंस और इंडस्ट्री के लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.