भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर संसद में ‘संविधान पर चर्चा’ हो रही है। पीएम नरेंद्र मोदी के निशाने पर कांग्रेस रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर जमकर जुबानी हमले किए। इस दौरान एक पल ऐसा भी आया जो लोगों को गुदगुदा (हंसा) गया। डिम्पल यादव संसद में पीएम मोदी की बात सुनकर हंस पड़ी। वहीं सपा मुखिया भी प्रधानमंत्री की बात सुनकर मंद-मंद मुस्काने लगे। प्रधानमंत्री की बात पर डिम्पल यादव और अखिलेश यादव के हंसने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया।
दरअसल पीएम मोदी ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए आपातकाल की घटना को याद करते हुए कहा कि यहां भी कई ऐसे दल बैठे हुए हैं जिनके मुखिया भी जेल में हुआ करते थे. ये उनकी मजबूरी है कि वो वहां जाकर बैठे हुए हैं। उनको भी जेलों में ठूस दिया गया था। पीएम मोदी के इस बयान के दौरान अखिलेश यादव और डिंपल यादव के साथ अवधेश प्रसाद भी हंसते हुए नजर आए। उनकी मुस्कुराहट कुछ संदेश दे रही थी। हालांकि किसी ने इस दौरान कुछ नहीं कहा
आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को लोकसभा में कहा कि विपक्षी दल के माथे से यह कलंक कभी नहीं मिट सकेगा। इस परिवार ने हर स्तर पर संविधान को चुनौती दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में ‘संविधान के 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा का जवाब देते हुए आपातकाल का उल्लेख किया और कहा, “दुनिया में जब भी लोकतंत्र की चर्चा होगी तो कांग्रेस के माथे से कभी यह कलंक मिट नहीं सकेगा क्योंकि लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया था। भारतीय संविधान निर्माताओं की तपस्या को मिट्टी में मिलाने की कोशिश की गई थी।
आर्टिकल-370 देश की एकता में रुकावट बना हुआ था, इसलिए हमने जमीन में गाड़ दिया
आर्टिकल 370 पर पीएम मोदी ने कहा कि, हम विविधता को celebrate करते हैं लेकिन गुलामी की मानसिकता में पले-बढ़े लोग विविधता में विरोधाभास ढूंढते रहे। ऐसे लोग विविधता में ऐसे जहरीले बीज बोने के प्रयास करते रहे जिससे एकता को चोट पहुंचे। आर्टिकल 370 देश की एकता में रुकावट बना हुआ था, इसलिए धारा 370 को हमने जमीन में गाड़ दिया. देश की एकता हमारी प्राथमिकता है।
कांग्रेस ने संविधान के साथ छेड़छाड़ की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने संविधान के साथ छेड़छाड़ की और अपनी मनमानी करने के लिए संविधान के मूल भाव को दरकिनार किया। उन्होंने बताया कि संविधान सभा में जो काम नहीं करवा पाए, उसे बाद में पीछे से किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि पंडित नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी कि अगर संविधान हमारे रास्ते में आए तो हर हाल में उसमें परिवर्तन करना चाहिए। उन्होंने 1951 की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय एक पाप किया गया, जब राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने चेतावनी दी थी कि यह गलत हो रहा है. स्पीकर ने भी कहा था कि यह गलत कर रहे हो। पीएम मोदी ने कहा कि यह घटना बताती है कि कांग्रेस ने किस तरह संविधान की मर्यादाओं का उल्लंघन किया।