संसद के शीतकालीन सत्र का आज 14वां दिन है। लोकसभा में संविधान पर बहस शुरू हो गई है। बहस की शुरुआत BJP के राजनाथ सिंह ने की है। वहीं राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। विपक्ष की ओर से प्रियंका गांधी के सबसे पहले बोलने की संभावना है।
एक पार्टी ने संविधान निर्माण को हाईजैक करने की कोशिश की’, राजनाथ सिंह बोले
भाषण की शुरुआत करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा संविधान भारत के गौरव को फिर से स्थापित करने का रोडमैप भी है। हमारा संविधान सार्वभौम, सर्वसक्षम है। एक लाइन में मुझे कहना हो तो हमारा संविधान सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक सभी चीजों को छूते हुए विकास का मार्ग तय करता है। भारत का संविधान भारत के गौरव को पुनर्स्थापित करने का रोड मैप है। भारत को एक आदर्श राष्ट्र बनाने का रोडमैप है। यह विकास, क्षमता, न्याय, स्वतंत्रता, राष्ट्र की अखंडता, नागरिकों की गरिमा बनाए रखने का रोडमैप है।
राजनाथ ने आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षों में देश में एक ऐसा माहौल बनाने का प्रयास किया गया है कि संविधान किसी एक पार्टी की देन है। संविधान निर्माण में कई लोगों की भूमिका को भुला दिया गया है। हमारा संविधान स्वाधीनता संविधान के हवनकुंड से निकला हुआ अमृत है। ये हमारा स्वाभिमान है।
पंडित नेहरू का नाम नहीं लेने विपक्ष ने शेम शेम का नारा लगाया
राजनाथ सिंह ने संविधान पर चर्चा के दौरान इस बनाने वालों का नाम लिया, लेकिन पंडित नेहरू का नाम नहीं लिया। इस पर विपक्ष ने शेम शेम का नारा लगाया। राजनाथ ने कहा- डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का मानना था कि सामूहिक प्रयास से विकास संभव है।
संसद में किसान का बेटा Vs मजदूर का बेटा
वहीं शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जमकर हंगाम हुआ। राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान धनखड़ और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच जमकर बहस हुई। राज्यसभा में हंगामे के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस से कहा, “आप लोगों को 24 घंटे एक ही काम है। आप लोगों को पीड़ा होती है कि इस कुर्सी पर एक किसान का बेटा कैसे बैठा है। मैं किसान का बेटा हूं। देश के लिए जान दे दूंगा लेकिन झुकूंगा नहीं।
जवाब में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- आप किसान तो मैं मजदूर का बेटा हूं। आप हमारी पार्टी के नेताओं का अपमान कर रहे हैं। आप परंपरा के मुताबिक सदन चलाइए। हम यहां आपका यहां प्रधानमंत्री का बकान सुनने के लिए नहीं आते हैं। आप विपक्ष की बात नहीं सुनते हैं। उन्हें बोलने के लिए समय नहीं देते हैं। इसके बाद धनखड़ मे खड़गे को अपने चैंबर में मिलने के लिए बुलाया है। फिलहाल राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के स्थगित कर दी गई है।