संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जमकर हंगाम हुआ। राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान धनखड़ और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच जमकर बहस हुई। राज्यसभा में हंगामे के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस से कहा, “आप लोगों को 24 घंटे एक ही काम है। आप लोगों को पीड़ा होती है कि इस कुर्सी पर एक किसान का बेटा कैसे बैठा है। मैं किसान का बेटा हूं। देश के लिए जान दे दूंगा लेकिन झुकूंगा नहीं।
वहीं जवाब में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- आप किसान तो मैं मजदूर का बेटा हूं। आप हमारी पार्टी के नेताओं का अपमान कर रहे हैं। आप परंपरा के मुताबिक सदन चलाइए। हम यहां आपका यहां प्रधानमंत्री का बकान सुनने के लिए नहीं आते हैं। आप विपक्ष की बात नहीं सुनते हैं। उन्हें बोलने के लिए समय नहीं देते हैं। इसके बाद धनखड़ मे खड़गे को अपने चैंबर में मिलने के लिए बुलाया है। फिलहाल राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के स्थगित कर दी गई है।
सभापति पर फिर लगाया पक्षपात का आरोप
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति पर फिर लगाया पक्षपात का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, आप बीजेपी के सांसदों को बोलने का मौका दे रहे हैं। जबकि कांग्रेस को नहीं। हम यहां आपकी तारीफ सुनने नहीं आए हैं।
बीजेपी ने की निंदा
बीजेपी के सांसद राधा मोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि ये नोटिस नियमों के खिलाफ है। 14 दिनों का नोटिस देना ज़रूरी होता है। नेहरू जी राष्ट्रपति को अपमानित करने का काम करते रहे, उनको दवा नहीं मिली, उनकी मौत पर भी उस दौरान सर्वपल्ली राधा कृष्णन को वहां जाने से मना किया। जब नोटिस दिया था तो इंतजार करना चाहिए था। खड़गे ने बाहर जाकर आरोप लगाए। राधा मोहन अग्रवाल ने खरगे पर भी हमला किया।
बीजेपी ने व्हिप किया जारी
इधर लोकसभा में शुक्रवार और शनिवार को संविधान पर चर्चा होनी है। इसके बाद 16 और 17 दिसंबर को राज्यसभा में चर्चा होगी। राज्यसभा में दोनों दिन मौजूद रहने के लिए बीजेपी ने व्हिप जारी किया है। बीजेपी ने अपने सभी राज्यसभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी कर कार्यवाही में मौजूद रहने को कहा है.