झारखंड के डुमरी से विधायक जयराम कुमार महतो सदन के बाहर मीडियाकर्मियों से उलझ गए. सदन के बाहर एक पत्रकार के सवाल पर जयराम महतो भड़क गए और कहा कि अगर तकलीफ है तो इंटरव्यू न लें. विधायक ने चिल्लाते हुए कहा कि वो सदन में भी चिल्लाएंगे और बाहर भी. विधायक ने यह भी कहा कि चुनाव के समय पत्रकार नहीं दिखे थे. कुछ दिन पहले विधायक जयराम महतो का एक VIDEO वायरल हुआ था, इसमें वो एक व्यक्ति से फोन पर बात करते वक्त पटक कर मारने की धमकी देते नजर आए थे जिससे विधायक महतो फिर एक बार चर्चा में आ गए है.
डुमरी से नवनिर्वाचित विधायक जयराम महतो फिर एक बार चर्चा में आ गए हैं. विधायक इस बार मीडिया के सवालों का जवाब देते विवादों में आ गए है. गुरुवार को विधानसभा के पहले सत्र के खत्म होने पर वो मीडिया से बात करते वक्त पत्रकारों भड़क गए. दरअसल, विधायकों को सरकारी सुविधा का त्याग करने की जयराम महतो के सलाह पर जब उनसे पूछा गया कि क्या आप इसका त्याग करेंगे तो उन्होंने कहा- बिल्कुल त्याग करेंगे, जयराम महतो जो कहता है वह करता है.
वहीं, एक मीडियाकर्मी ने जब यह कहा कि कुछ इसी तरह की बात अरविंद केजरीवाल भी करते थे. इतने में विधायक जयराम गुस्से में आ गए वो मीडियकर्मियों को उंगली दिखाकर चिल्लाने लगे इसके बाद पत्रकारों के साथ जयराम महतो की बहस शुरू हो गई. मीडियाकर्मियों ने विधायक को उनकी भाषा पर टोका, तो जयराम महतो ने कहा- वो सदन में भी चिल्लाएंगे और बाहर भी. अगर तकलीफ है तो इंटरव्यू न लें. उन्होनें पत्रकारों को कहा कि वैसे भी चुनाव के वक्त आप नही थे. इस दौरान सारी घटना कैमरे में कैद हो गई.
मंईया सम्मान योजना पर सदन में उठाए सवाल
सदन के बाहर मीडियाकर्मियों से बहश से पहले विधायक जयराम महतो ने विधानसभा सत्र में मंईयां सम्मान योजना पर सवाल उठाए थे. उन्होनें कहा कि इस योजना के तहत लड़कियों को ढाई हजार रुपये मिलते हैं. उनका कहना था कि यह राशि स्कॉलरशिप के रूप में मिलनी चाहिए. स्कूल-कॉलेज जाने से पहले ढाई हजार रुपये देना उन्हें निकम्मा और आलसी बनाएगा. उन्होंने इस योजना पर फिर से विचार करने की मांग की।
इससे कुछ दिन पहले उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, इसमें वो एक से फोन पर बात करते वक्त पटक कर मारने की बात करते नजर आए थे. कुछ दिनों पूर्व विधायक जयराम महतो का एक वीडियो सामने आया था. इसमें वे बाघमारा के नाजिर चंद्रशेखर रेड्डी से फोन पर बात कर रहे थे. फोन जयराम बोल रहे हैं… अरे नाजिर मारेंगे पटक कर बोल दे रहे हैं. नाजिर हो कि प्रधानमंत्री हो. एक तो 10 हजार रुपए घूस खाकर बैठे हो और तमीज से भी बात नहीं करोगे.
सदन के बाहर जब मीडियाकर्मियों ने उनसे वीडियों के बारे में पूछा तो उन्होनें कहा कि वीडियो सही है. भाषा में बदलाव सामने वाले पर निर्भर करता है. सौ में से एक मिस्टेक होगा ही जहां संविधान की जरूरत होगी, वहां संविधान से और जहां एग्रेशन की जरूरत होगी, वहां एग्रेशन से चलेंगे.