बंगाल में 16.80 लाख डुप्लीकेट वोटर है। ममता बनर्जी अब तक जनता के वोट से नहीं बल्कि चोरी के वोट से जीतती रहीं हैं। ये आरोप पश्चिम बंगाल भाजपा ने लगाय़ा है। बीजेपी (BJP) के प्रतिनिधियों ने पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग से मुलाकात कर एक्शन की मांग की है।
दरअसल पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रतिनिधियों ने मतदाता सूची में डुप्लिकेट नामों के मुद्दे पर राज्य चुनाव आयोग से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में शिशिर बाजोरिया और प्रताप बनर्जी ने मुख्य चुनाव अधिकारी से मिलकर विषय पर सारी जानकारी देते हुए उन्हें पत्र सौंपा।
शिशिर बाजोरिया ने कहा, ”आज हमारा सबसे अहम मुद्दा बंगाल की वोटर लिस्ट से लोगों के नाम हटाना था। हम लोगों ने उसे अच्छी तरह से देखा। पूरी जांच की, और कंप्यूटर में भी अच्छे से लिस्ट चेक की। बंगाल में 16 लाख 81 हजार डुप्लीकेट वोटर निकले हैं, जिसके तीन फील्ड मैच करते हैं और 32 हजार डुप्लीकेट वोटर निकले हैं, जिसका एपिक नंबर एक ही है। उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जो दो बड़े जिले हैं, उनमें सात लाख 20 हजार डुप्लीकेट वोटर हैं और इन्हीं दो जिलों से तृणमूल कांग्रेस 80 के लगभग सीट जीतती है।
बीजेपी नेता ने कहा, ”विरोधी पार्टी और हम वहां शून्य पर हैं। यह जनता के वोट से नहीं बल्कि चोरी के वोट से जीते है। हमारी ये मांग है कि इसमें आपको संशोधन करना पड़ेगा और इसका एक बहुत साधारण उपाय है कि एक ही दिन आप सबको हियरिंग दीजिए, पूरे बंगाल में एक ही दिन और एक ही समय में सभी को बुलाइए, तो असल में एक ही नाम के जो दो वोटर हैं वे दो जगह खड़े हो जाएंगे। सीईओ साहब ने हमारी मांग पर कहा है कि वह जल्द से जल्द इस पर गौर करेंगे।