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नेता प्रतिपक्ष के बिना चल रहा झारखंड विधानसभा सत्र, जानें क्या है वजह

झारखंड में नई सरकार के गठन के बाद चार दिनों का विधानसभा विशेष सत्र चल रहा है. लेकिन झारखंड विधानसभा के पहले सत्र में नेताप्रतिपक्ष की कुर्सी खाली रहने वाली है. विशेष सत्र में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर ने सभी विधायकों को सदन में शपथ ग्रहण हो गया है. मंगलवार को विधानसभा का स्पीकर चयन किया गया जिसमें रबींद्रनाथ महतो को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है. लेकिन सदन की कार्यवाही नेताप्रतिपक्ष के बिना ही चल रही है. विपक्ष ने अब तक अपना नेता नहीं चुना है. सदन में बीजेपी (BJP) सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है लेकिन बीजेपी ने सदन के लिए अपना नेता तय नहीं किया है.

झारखंड विधानसभा के पहले सत्र में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी खाली रहने वाली है. बीजेपी अब तक अपने विधायक दल का नेता नहीं चुन पाई है. बीजेपी विधायक दल का नेता ही सदन में नेता प्रतिपक्ष बनेगा. नेताप्रतिपक्ष के चयन को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पार्टी बहुत जल्द विधायक दल का नेता चुन लेगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा के पहले सत्र में विधायक दल के नेता का नाम अब तक तय नहीं हो पाया है.

मरांडी ने कहा कि बीजेपी जल्दी ही विधायक दल के नेता का चयन कर लेगी. बीजेपी विधायकों के साथ बैठक होने के बाद ही विधायक दल के नेता के नाम तय होगा. उन्होंने सदन में विपक्ष की भूमिका को लेकर कि पार्टी अपनी पूरी ताकत के साथ सदन में आवाज उठाएगी. बीजेपी के पास कुल 21 विधायक हैं और वह सदन में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है.

12 दिसंबर को समाप्त होगा विधानसभा का विशेष सत्र

हेमंत सोरेन की सत्ता में दोबारा वापसी के बाद सोमवार 9 दिसंबर को विधानसभा विशेरष सत्र की शुरुआत हुई और सत्र की समाप्ति 12 दिसंबर को होगी. विशेष सत्र के पहले दो दिन प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने विधायकों को शपथ दिलाई. बुद्धवार को सदन में हेमंत सोरेन अपना बहुमत साबित करेंगे.

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झारखंड में नई सरकार के गठन के बाद चार दिनों का विधानसभा विशेष सत्र चल रहा है. लेकिन झारखंड विधानसभा के पहले सत्र में नेताप्रतिपक्ष की कुर्सी खाली रहने वाली है. विशेष सत्र में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर ने सभी विधायकों को सदन में शपथ ग्रहण हो गया है. मंगलवार को विधानसभा का स्पीकर चयन किया गया जिसमें रबींद्रनाथ महतो को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है. लेकिन सदन की कार्यवाही नेताप्रतिपक्ष के बिना ही चल रही है. विपक्ष ने अब तक अपना नेता नहीं चुना है. सदन में बीजेपी (BJP) सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है लेकिन बीजेपी ने सदन के लिए अपना नेता तय नहीं किया है.

झारखंड विधानसभा के पहले सत्र में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी खाली रहने वाली है. बीजेपी अब तक अपने विधायक दल का नेता नहीं चुन पाई है. बीजेपी विधायक दल का नेता ही सदन में नेता प्रतिपक्ष बनेगा. नेताप्रतिपक्ष के चयन को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पार्टी बहुत जल्द विधायक दल का नेता चुन लेगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा के पहले सत्र में विधायक दल के नेता का नाम अब तक तय नहीं हो पाया है. मरांडी ने कहा कि बीजेपी जल्दी ही विधायक दल के नेता का चयन कर लेगी. बीजेपी विधायकों के साथ बैठक होने के बाद ही विधायक दल के नेता के नाम तय होगा. उन्होंने सदन में विपक्ष की भूमिका को लेकर कि पार्टी अपनी पूरी ताकत के साथ सदन में आवाज उठाएगी. बीजेपी के पास कुल 21 विधायक हैं और वह सदन में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है.

12 दिसंबर को समाप्त होगा विधानसभा का विशेष सत्र

हेमंत सोरेन की सत्ता में दोबारा वापसी के बाद सोमवार 9 दिसंबर को विधानसभा विशेरष सत्र की शुरुआत हुई और सत्र की समाप्ति 12 दिसंबर को होगी. विशेष सत्र के पहले दो दिन प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने विधायकों को शपथ दिलाई. बुद्धवार को सदन में हेमंत सोरेन अपना बहुमत साबित करेंगे.
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