राज्यसभा में उपराष्ट्रपति और सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पेश करने पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे विपक्ष का नौटंकी बताया है. मंत्री रिजिजू ने कहा प्रस्ताव को जनता के मुद्दो से ध्यान भटकाने और संसद की कार्यवाही में बाधा डालने पेश किया गया है. बहुमत की बात करते हुए कहा कि राज्यसभा में NDA के पास बहुमत है. विपक्ष का यह कदम केवल राजनीतिक नौटंकी है.
विपक्ष ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए राज्यसभा में उपराष्ट्रपति और सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. विपक्ष के प्रस्ताव कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि राज्यसभा के सभापति पर पक्षपातपूर्ण तरीके से उच्च सदन की कार्रवाई संचालित करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा है कि इंडिया ब्लॉक के घटक दलों के पास सभापति के खिलाफ औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. इस प्रस्ताव को लाने के निर्णय को कष्टकारी बताते हुए यह प्रस्ताव अभी राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल को सौंपा गया है.
राज्यसभा में उपराष्ट्रपति और सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पेश करने पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एनडीए की मजबूती और बहुमत का दावा किया है. उनका कहना है कि एनडीए के पास पर्याप्त समर्थन है और यह प्रस्ताव सफल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि सरकार को उपराष्ट्रपति धनखड़ पर बहुत गर्व है. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के पदेन सभापति बहुत प्रोफेशनल और निष्पक्ष हैं.
विपक्ष का आरोप है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन निष्पक्षता और लोकतांत्रिक आदर्शों के अनुरूप नहीं किया. आगे कहना है कि धनखड़ के काम करने के तरीके सत्ताधारी दल के प्रति झुकाव दिखाती है. विपक्ष इस प्रस्ताव के जरिए धनखड़ की भूमिका पर सवाल उठाकर सरकार की कार्यशैली को पर निशाना साधा है. इस पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दावा किया कि यह प्रस्ताव सफल नहीं होगा, क्योंकि यह सत्तारूढ़ गठबंधन को कमजोर करने के उद्देश्य से लाया गया है, लेकिन एनडीए पूरी तरह से एकजुट है.