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छत्तीसगढ़ के इस आश्रम की 35 छात्राएं बीमार, एक की मौत… ऐसे हुए थे पीड़ित

रायपुर,

छत्तीसगढ़ में आश्रम में पढ़ने के लिए रह रहे छात्र-छात्राओं की हालत खराब होती जा रही है। दरअसल, माता रुक्मिणी आश्रम की 35 छात्राएं एकसाथ उल्टी-दस्त व बुखार से पीड़ित हो गईं। आनन-फानन में सभी को जिला अस्पताल में भर्ती गया। इलाज के दौरान एक छात्रा की मौत हो गई है। छात्रा का नाम शिवानी तेलम बताया गया है। वहीं 9 छात्राओं की हालत गंभीर बनी है, जिन्हें इलाज के लिए आईसीयू में भर्ती किया है। बताया जाता है कि सोमवार देर रात दो छात्राओं की तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो जाने से उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज डिमरापाल रिफर किया गया। इनमें से एक छात्रा ने मंगलवार को रास्ते में ही दम तोड़ दिया।   

बताया जा रहा है कि खीर-पूड़ी खाने के बाद छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। फूड प्वाइजनिंग की आशंका जताई जा रही है। बीजापुर जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मंगेश ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग से पीड़ित 34 छात्राओं को अस्पताल लाए थे। वहीं एक छात्रा की मौत हो गई है। बताया जाता है कि आश्रम में रोज की तरह खाना खाने के बाद अचानक छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें उल्टी-दस्त होने लगी। उन्हें जिला अस्पताल लाया गया और उनका इलाज शुरू किया गया।

यह पूरा मामला बीजापुर के धनोरा स्थित माता रुक्मणी आश्रम का है। जहां उल्टी दस्त से लगभग 27 बच्चे बीमार हो गए हैं। हालांकि बाद में इनकी संख्या 37 हो गई है। 9 गंभीर बच्चों को ICU में भर्ती किया गया है, बाकी बच्चों का इलाज जिला अस्पताल में जारी है। कहा जा रहा कि अधीक्षक की लापरवाही के चलते बच्चों की तबीयत बिगड़ी है।

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रायपुर, छत्तीसगढ़ में आश्रम में पढ़ने के लिए रह रहे छात्र-छात्राओं की हालत खराब होती जा रही है। दरअसल, माता रुक्मिणी आश्रम की 35 छात्राएं एकसाथ उल्टी-दस्त व बुखार से पीड़ित हो गईं। आनन-फानन में सभी को जिला अस्पताल में भर्ती गया। इलाज के दौरान एक छात्रा की मौत हो गई है। छात्रा का नाम शिवानी तेलम बताया गया है। वहीं 9 छात्राओं की हालत गंभीर बनी है, जिन्हें इलाज के लिए आईसीयू में भर्ती किया है। बताया जाता है कि सोमवार देर रात दो छात्राओं की तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो जाने से उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज डिमरापाल रिफर किया गया। इनमें से एक छात्रा ने मंगलवार को रास्ते में ही दम तोड़ दिया।    बताया जा रहा है कि खीर-पूड़ी खाने के बाद छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। फूड प्वाइजनिंग की आशंका जताई जा रही है। बीजापुर जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मंगेश ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग से पीड़ित 34 छात्राओं को अस्पताल लाए थे। वहीं एक छात्रा की मौत हो गई है। बताया जाता है कि आश्रम में रोज की तरह खाना खाने के बाद अचानक छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें उल्टी-दस्त होने लगी। उन्हें जिला अस्पताल लाया गया और उनका इलाज शुरू किया गया। यह पूरा मामला बीजापुर के धनोरा स्थित माता रुक्मणी आश्रम का है। जहां उल्टी दस्त से लगभग 27 बच्चे बीमार हो गए हैं। हालांकि बाद में इनकी संख्या 37 हो गई है। 9 गंभीर बच्चों को ICU में भर्ती किया गया है, बाकी बच्चों का इलाज जिला अस्पताल में जारी है। कहा जा रहा कि अधीक्षक की लापरवाही के चलते बच्चों की तबीयत बिगड़ी है।
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