बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ भारत के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. रविवार को भी कई बड़े शहरों में हिंदुओं ने एकजुट होकर हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया. नवी मुंबई में भी हिंदु समाज ने इसका विरोध जताया. इस दौरान इस्कॉन (Iskon) के प्रमुख अद्वैत चैतन्य महाराज ने कहा कि सहिष्णुता आज हिंदुओं की सबसे बड़ी कमजोरी बन गई है. वही बांग्लादेश, जिसके लिए कभी हिंदुओं ने संघर्ष किया था, आज वहां उन पर अत्याचार हो रहा है. पूरे देश में करीब सौ करोड़ हिंदू (Hindu) हैं और अगर आधे भी सड़क पर उतर आएं तो दुनिया को हिंदुओं की ताकत का एहसास हो जाएगा.
चौतन्य महाराज ने कहा कि यह अब जरूरी हो गया है कि सभी हिंदुओं को एक साथ आना होगा और इन अत्याचारों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराना होगा. पूरे देश में करीब सौ करोड़ हिंदू हैं और अगर आधे भी सड़क पर उतर आएं तो दुनिया को हिंदुओं की ताकत का एहसास हो जाएगा.
न तो हिंदू बंटेगा और न ही हिंदू कटेगा- दिपांकर महाराज
इसी तरह सहारनपुर के विरोध प्रदर्शन में आध्यात्मिक गुरु स्वामी दीपांकर महाराज ने रविवार को कहा कि जब साथ खड़े होने का समय हो और आपको काम याद आ जाए तो समझ लेना आपका धर्म संकट में है. बांग्लादेश में हिंदुओं के अत्याचार के विरोध में ये विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है. सहारनपुर का हिंदू समाज एक हो रहा है और ये संदेश दे रहा है कि न तो हिंदू बंटेगा और न ही हिंदू कटेगा.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार की कड़ी निंदा करते हुए बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अंतराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर रोक लगाने की अपील करते हुए भारत सरकार से त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की.
इसके अलावा बांग्लादेश में हिंदुओं और मंदिरों पर हमलों के खिलाफ रविवार को पुलिस सुरक्षा के बीच ठाणे जिले और नवी मुंबई में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया गया. सकल हिंदू समाज, विश्व हिंदू परिषद और अन्य निकायों के इन प्रदर्शनों के दौरान किसी घटना की सूचना नहीं मिली. शाम को ठाणे शहर में आयोजित मौन मार्च में सैकड़ों लोग शामिल हुए.