लखनऊ,
मैनपुरी में समाधान दिवस पर महिला और उसकी बेटी को डीएम ने जेल भेजने का फरमान सुनाया। उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि दोनों तेज आवाज में डीएम से अपनी समस्याएं बता रही थी। इससे डीएम अंजनी कुमार सिंह गुस्सा गए। उन्होंने कहा- दोनों शांति भंग कर रही है, दोनों को जेल में डाल दो। इसके बाद वहां तैनात पुलिस वालों ने मां-बेटी को पकड़ लिया और शांति भंग में चालान करके दोनों को थाने में करीब 3 घंटे तक बैठाए रखा। हालांकि जब मामला सुर्खियों में आया तो डीएम ने अधिकारियों से बोलकर उन्हें छुड़वा दिया। यह पूरा मामला मैनपुरी की किशनी तहसील का है।
सब लोग भ्रष्टाचारी और घूसखोर है
डीएम अंजनी कुमार सिंह समाधान दिवस के मौके पर जनता की समस्या सुनने पहुंचे थे। उनके साथ एसपी और एसडीएम भी थे। तभी वहां मां राधा और बेटी दिव्या आई। उनके खेत पर किसी ने कब्जा कर लिया है। दोनों डीएम से इस मामले में शिकायत कर रही थीं, तभी बीच में राजस्व विभाग के अधिकारी बोलने लगे। जिसके बाद दोनों गुस्सा गई। दोनों चिल्लाते हुए बोली, सब लोग मिले हुए है कोई भी हमारी मदद नहीं कर रहा है। हम लोग भाग-भागकर थक चुके हैं। सब लोग भ्रष्टाचारी और घूसखोर है। कोई सुनवाई नहीं कर रहा है, यहां भी हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। सब पैसे लेते हैं, तभी हम लोगों को बोलने नहीं दिया जा रहा है। इस दौरान मां और बेटी को मौके पर मौजूद अधिकारी और एसडीएम समझाते रहे लेकिन वो नहीं रुकी। जिसके बाद डीएम ने दोनों को जेल भेजने का आदेश दे दिया।
महिला के खेत पर गांव के लोगों ने किया कब्जा
महिला के पति की मौत काफी पहले हो चुकी है। वो अपनी बेटी के साथ घर पर रहती है। दोनों गांव बहरामऊ की रहने वाली हैं। उनके गांव में खेत गाटा संख्या 115/1.505 हेक्टर उनके नाम से दर्ज है। उसने अपने खेत की मेड़ बंदी कराई थी। जिसमें सुनील ,अनिल, सुभाष, काशीराम, राकेश और विवेक ने कब्जा कर लिया। आरोप है कि सभी लोगों ने लेखपाल से मिलकर बिना किसी आदेश के पैमाइश करा कर उसकी निशान देही की जगह पर दोबारा कब्जा कर लिया। जिसकी शिकायत वह कई अधिकारियों से कर चुकी है लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में मां-बेटी समाधान दिवस में डीएम को शिकायती पत्र देकर राजस्व विभाग से दोबारा हदबंदी कराने की गुहार लगाने के लिए आई थी।
डीएम बोले- शांति भंग कर रही थी महिलाएं
वहीं इस पूरे मामले में डीएम ने बताया कि महिला और एक युवती समाधान दिवस में शिकायत करने पहुंची थीं। जो समाधान दिवस के दौरान शांति भंग कर रही थी, गलत बातें कर रही थीं। मैंने तो वहां पर एसडीएम से कहा था, इन पर कार्रवाई करिए। वह उनके ऊपर है, वह क्या कार्रवाई करते हैं। महिलाएं तमाम तरीके की बातें करके सुसाइड करने की भी धमकी दे रही थी। समाधान दिवस में वह हल्ला-गुल्ला मचा रही थी। शांति भंग पर एकदम आमादा थी, जिसको लेकर उनके ऊपर कार्रवाई की गई।