महाराष्ट्र में सरकार बनाने और सीएम चेहरे को लेकर 13 दिन से चल रही कश्मकश 5 दिसंबर को खत्म हो गई। देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार महाराष्ट्र की कमान सभांल ली है। वहीं एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। मुख्यमंत्री बनने के बाद देवेन्द्र फडणवीस ने इंडिया टुडे ग्रुप को पहला इंटरव्यू दिया। इस दौरान फडणवीस ने कहा कि मैंने कहा था कि बदला लूंगा और मैंने बदला ले लिया है। बदले के रूप में मैंने सबको माफ कर दिया। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि कैसे ‘एक हैं तो सेफ हैं’ महाराष्ट्र में लगभग हार चुकी बीजेपी में नई जान फूंक दी। इंटरव्यू में बताया कि वह आखिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कैसे चुने गए? उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में हमारे गठबंधन को निर्णायक जीत मिली थी। इसका पूरा श्रेय महाराष्ट्र की जनता को जाता है. उन्होंने निर्णायक जनादेश दिया।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “मैं उनका आभार व्य्कत करता हूं। उन्होंने मुझे, मेरे रपरिवार को और मेरी पार्टी को टारगेट किया, जो महाराष्ट्र को भी पसंद नहीं आया। आज उनमें से कई लोगों को शर्मिंदगी होती होगी कि उन्होंने मुझसे ऐसा व्यवहार किया. साल 2022 में जब उपमुख्यमंत्री बना, तभी मैंने कह दिया था कि मैं सबसे बदला लूंगा और मैंने बदला ले लिया है। बदले के रूप में मैंने सबको माफ कर दिया।
फडणवीस ने बताया कि वह आखिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कैसे चुने गए? उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में हमारे गठबंधन को निर्णायक जीत मिली थी। इसका पूरा श्रेय महाराष्ट्र की जनता को जाता है। उन्होंने निर्णायक जनादेश दिया, लेकिन हमारी पहली बैठक में ही एकनाथ शिंदे ने इसे मान लिया था कि मुख्यमंत्री बीजेपी से ही होगा।
मुख्यमंत्री बनने का श्रेय किसे देंगे सवाल पर फडणवीस ने कहा कि उन्होंने नई पारी शुरू कर दी है और अब उनका फोकस है समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाना हैष अपनी जीत का श्रेय देवेंद्र फडणवीस ने सबसे पहेल महाराष्ट्र की जनता को दिया। उन्होंने कहा, “जिस जनता ने हमें बहुत बड़ा बहुमत दिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारा दिया और इस नारे से प्रेरित होकर लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने मतदान किया।
एक है तो सेफ हैं ने पलटी बाजी
सीएम फडणवीस ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का नारा दिया था। इससे बहुत लाभ हुआ। यहां जो विभाजन की राजनीति चल रही थी, लोगों ने उसे नकार दिया था। हमने लाडकी बहिण, निशुल्क बिजली और शिक्षा जैसी योजनाओं से भी फायदा हुआ। इस वजह से बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। लोगों के मन में एक टीस थी, लेकिन एक है तो सेफ हैं नारे ने लोगों को उम्मीदें दी। ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे ने कमाल किया। इससे लोगों को भरोसा मिला। बीजेपी ने फैसला किया कि मुख्यमंत्री बीजेीप से ही होगा क्योंकि पार्टी को चुनाव में 137 सीटें मिली थी। फडणवीस ने ‘बटेंगे तो कटेंगे’ से ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे पर शिफ्ट होने के सवाल पर कहा कि आपको देखना होगा कि गिलास आधा भरा हुआ होता है तो आधा खाली भी होता है।