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सीएम साय करेंगे नए साइबर भवन का शुभारंभ: अब साइबर अपराध की जांच में आएगी और भी तेजी, 2 साल में बढ़े 10 गुना मामले…

रायपुर,

आज नया रायपुर में साइबर भवन का उद्घाटन होने जा रहा है. यह PHQ कार्यालय परिसर नवा रायपुर में स्थित है, जिसका उद्घाटन सीएम साय करेंगे. इसके साथ ही पुलिस सैलरी पैकेज को लेकर MOU भी किया जाएगा. राज्य की साय सरकार ने इस भवन को साइबर अपराधों पर लगाम कसने के लिए तैयार किया है. यह एक हाईटेक साइबर लैब है, जहां जटिल साइबर अपराधों की विवेचना की जाएगी. इसके साथ-साथ साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 की भी शुरुआत होगी, जिससे नागरिक किसी भी साइबर अपराध की शिकायत तुरंत कर सकेंगे.

प्रदेश में हर घंटे 3 साइबर अपराध दर्ज होते हैं. इस तरह बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए सरकार ने इस पर लगाम लगाने के लिए यह हाईटेक साइबर लैब तैयार किया है.

साइबर अपराध मामलों का आंकड़ा (छत्तीसगढ़)

वर्ष साइबर अपराध के मामले मामलों में वृद्धि (%)
2020 2,295
2021 7,134 210%
2022 12,295 72%
2023 22,296 81%

दो सालों में यह आंकड़ा 10 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है, जो साइबर अपराधों पर तत्काल रोकथाम की जरूरत को रेखांकित करता है. साइबर भवन  और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर के शुभारंभ होने के बाद प्रदेश में साइबर अपराधों की रोकथाम और जांच में तेजी आएगी, जिससे नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित होगी.

साइबर ठग ऐसे बनाते हैं शिकार:

साइबर ठग लोगों को फंसाने के लिए लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं. उनके द्वारा अपनाए जाने वाले सामान्य हथकंडे इस प्रकार हैं:

1. फिशिंग स्कैम (Phishing Scam):

ईमेल, मैसेज या फर्जी लिंक भेजकर संवेदनशील जानकारी जैसे बैंक खातों, पासवर्ड और ओटीपी को चुराना.
उदाहरण: “आपका खाता ब्लॉक हो गया है” जैसे संदेश भेजकर लोग लिंक पर क्लिक कर देते हैं.

2. जॉब स्कैम (Job Scam):

नौकरी दिलाने का झांसा देकर पहले रजिस्ट्रेशन शुल्क या अन्य शुल्क मांगना.
उदाहरण: “वर्क फ्रॉम होम जॉब” के नाम पर ठगी करना.

3. डिजिटल अरेस्ट:

खुद को पुलिस या सरकारी अधिकारी बताकर जुर्माना या अन्य शुल्क के नाम पर पैसे वसूलना.

4. लॉटरी/लकी ड्रा:

लोगों को फर्जी लॉटरी या नकद इनाम के नाम पर ठगना.
उदाहरण: “आपने 10 लाख की लॉटरी जीती है, लेकिन इनाम पाने के लिए शुल्क जमा करें.”

5. पार्सल और कैश ऑन डिलीवरी फ्रॉड:

फर्जी पार्सल या नकली सामान भेजकर पैसा वसूलना.
उदाहरण: “आपका पार्सल तैयार है, लेकिन पहले भुगतान करें.”

6. सेक्सटॉर्शन (Sextortion):

वीडियो कॉल या चैट के जरिए अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना.
उदाहरण: “आपका वीडियो सोशल मीडिया पर डाल देंगे अगर पैसे नहीं दिए.”

7. फर्जी ई-कॉमर्स साइट्स:

फर्जी शॉपिंग वेबसाइट बनाकर लोगों से सामान के पैसे लेकर डिलीवरी न करना.

8. क्रेडिट कार्ड स्कैम:

क्रेडिट कार्ड की जानकारी चोरी कर ट्रांजैक्शन करना.

बचने के उपाय:

  • अनजान लिंक पर क्लिक न करें.
  • किसी भी ईमेल या कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी न दें.
  • हमेशा मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें.
  • ऑनलाइन भुगतान करते समय केवल सुरक्षित और आधिकारिक प्लेटफॉर्म का उपयोग करें.
  • ठगी की स्थिति में तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करें.

सतर्क रहकर ही आप साइबर ठगों से बच सकते हैं.

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रायपुर, आज नया रायपुर में साइबर भवन का उद्घाटन होने जा रहा है. यह PHQ कार्यालय परिसर नवा रायपुर में स्थित है, जिसका उद्घाटन सीएम साय करेंगे. इसके साथ ही पुलिस सैलरी पैकेज को लेकर MOU भी किया जाएगा. राज्य की साय सरकार ने इस भवन को साइबर अपराधों पर लगाम कसने के लिए तैयार किया है. यह एक हाईटेक साइबर लैब है, जहां जटिल साइबर अपराधों की विवेचना की जाएगी. इसके साथ-साथ साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 की भी शुरुआत होगी, जिससे नागरिक किसी भी साइबर अपराध की शिकायत तुरंत कर सकेंगे. प्रदेश में हर घंटे 3 साइबर अपराध दर्ज होते हैं. इस तरह बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए सरकार ने इस पर लगाम लगाने के लिए यह हाईटेक साइबर लैब तैयार किया है. साइबर अपराध मामलों का आंकड़ा (छत्तीसगढ़)
वर्ष साइबर अपराध के मामले मामलों में वृद्धि (%)
2020 2,295
2021 7,134 210%
2022 12,295 72%
2023 22,296 81%
दो सालों में यह आंकड़ा 10 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है, जो साइबर अपराधों पर तत्काल रोकथाम की जरूरत को रेखांकित करता है. साइबर भवन  और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर के शुभारंभ होने के बाद प्रदेश में साइबर अपराधों की रोकथाम और जांच में तेजी आएगी, जिससे नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित होगी.

साइबर ठग ऐसे बनाते हैं शिकार:

साइबर ठग लोगों को फंसाने के लिए लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं. उनके द्वारा अपनाए जाने वाले सामान्य हथकंडे इस प्रकार हैं:

1. फिशिंग स्कैम (Phishing Scam):

ईमेल, मैसेज या फर्जी लिंक भेजकर संवेदनशील जानकारी जैसे बैंक खातों, पासवर्ड और ओटीपी को चुराना. उदाहरण: “आपका खाता ब्लॉक हो गया है” जैसे संदेश भेजकर लोग लिंक पर क्लिक कर देते हैं.

2. जॉब स्कैम (Job Scam):

नौकरी दिलाने का झांसा देकर पहले रजिस्ट्रेशन शुल्क या अन्य शुल्क मांगना. उदाहरण: “वर्क फ्रॉम होम जॉब” के नाम पर ठगी करना.

3. डिजिटल अरेस्ट:

खुद को पुलिस या सरकारी अधिकारी बताकर जुर्माना या अन्य शुल्क के नाम पर पैसे वसूलना.

4. लॉटरी/लकी ड्रा:

लोगों को फर्जी लॉटरी या नकद इनाम के नाम पर ठगना. उदाहरण: “आपने 10 लाख की लॉटरी जीती है, लेकिन इनाम पाने के लिए शुल्क जमा करें.”

5. पार्सल और कैश ऑन डिलीवरी फ्रॉड:

फर्जी पार्सल या नकली सामान भेजकर पैसा वसूलना. उदाहरण: “आपका पार्सल तैयार है, लेकिन पहले भुगतान करें.”

6. सेक्सटॉर्शन (Sextortion):

वीडियो कॉल या चैट के जरिए अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना. उदाहरण: “आपका वीडियो सोशल मीडिया पर डाल देंगे अगर पैसे नहीं दिए.”

7. फर्जी ई-कॉमर्स साइट्स:

फर्जी शॉपिंग वेबसाइट बनाकर लोगों से सामान के पैसे लेकर डिलीवरी न करना.

8. क्रेडिट कार्ड स्कैम:

क्रेडिट कार्ड की जानकारी चोरी कर ट्रांजैक्शन करना.

बचने के उपाय:

  • अनजान लिंक पर क्लिक न करें.
  • किसी भी ईमेल या कॉल पर व्यक्तिगत जानकारी न दें.
  • हमेशा मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें.
  • ऑनलाइन भुगतान करते समय केवल सुरक्षित और आधिकारिक प्लेटफॉर्म का उपयोग करें.
  • ठगी की स्थिति में तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करें.
सतर्क रहकर ही आप साइबर ठगों से बच सकते हैं.
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