मुंबई में 3 दिसंबर को रमाकांत आचरेकर की स्मृति अनावरण के समारोह में उनके दो बचपन के शिष्य मिले. सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की मुलाकात का इमोशनल वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली…बचपन के इन दो दोस्तों का ताजा वीडियो सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है. बीते मंगलवार को जब दोनों अपने पहले गुरू रमाकांत आचरेकर के नाम पर बने स्मारक के उद्घाटन में मिले तो दोनों के बीच प्यार एक बार फिर सबके सामने आ गया. इन दोनों ने ही बचपन में आचरेकर के मार्गदर्शन में क्रिकेट के गुर सीखे थे. कार्यक्रम के दौरान कांबली जब स्टेज पर अपने जिगरी सचिन से मिले तो भावुक दिखे. सचिन खुद चलकर उनके पास गए थे. कुछ पलों में वो सचिन को पहचान नहीं सके, लेकिन जब याद आया कि जिगरी पास आया है तो फिर वो सचिन का हाथ छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे. जिसने भी यह नजारा देखा वो भावुक हो गया.
लंबे समय बाद एक साथ दिखे
दरअसल, लंबे समय बाद सचिन और कांबली को एक साथ देखा गया. दोनों ने क्रिकेट के शुरुआती गुर रमाकांत आचरेकर से सीखे थे, और वहीं से उनकी गहरी दोस्ती भी हुई थी. सचिन को जहां दुनिया के महान बल्लेबाजों में गिना जाता है, वहीं कांबली की प्रतिभा के बावजूद उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चला. कांबली लंबे समय से बीमार चल रहे हैं. उनकी हालत ठीक नहीं है.
विनोद कांबली की हालत ठीक नहीं है
विनोद कांबली के स्वास्थ्य के बारे में बात की जाए तो कुछ महीनों पहले उनका एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह चलने में असमर्थ नजर आ रहे थे, जिससे उनके फैंस चिंतित हो गए थे. कांबली ने कुछ समय पहले अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में भी बताया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह बीसीसीआई की पेंशन पर निर्भर हैं. विनोद कांबली की उम्र 52 साल हो चुकी है. उनकी मानसिक और शारीरिक हालत पूरी तरह मजबूत नहीं है.
कैसा रहा सचिन और विनोद कांबली का क्रिकेट करियर?
विनोद कांबली ने 104 वनडे मैचों में 2,477 रन बनाए थे और 17 टेस्ट मैचों में 1,084 रन बनाए थे. क्रिकेट पंडित कहते हैं कि कांबली के पास सचिन से ज्यादा क्षमता और टैलेंट था, लेकिन उनका करियर उम्मीद के मुताबिक ज्यादा नहीं चला. वहीं सचिन तेंदुलकर इस खेल के भगवान बने. उनके नाम सबसे ज्यादा इंटरनेशनल रन हैं. उन्होंने 200 टेस्ट में 15921, 463 वनडे में 18426, जबकि एक टी20 मैच में 10 रन बनाए हैं. उनके नाम 100 शतकों का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज है.