जबड़ापारा निवासी राजेंद्र उर्फ छोटन केंवट पिता शनि केंवट (27) ऑटो चालक था। वह अपने भाई राकेश व भांजा शंकर के साथ चांटीडीह के इरानी मोहल्ले में अपनी बुआ के घर दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होने गया था। तीनों रात करीब 8 बजे अरपा नदी के किनारे निर्माणाधीन सड़क की ओर गए थे। वहां राजेंद्र ऑटो रोक कर सड़क किनारे खड़ा हो गया। उसी समय चांटीडीह पठान मोहल्ला निवासी शाहिद खान और आवेश खान बाइक से आए। राजेंद्र को देखकर सड़क पर खड़े होने की बात कहते हुए शाहिद ने गाली-गलौज शुरू कर दिया। राजेंद्र ने उसे गाली देने से मना किया, तब उनके बीच विवाद की स्थिति बन गई। देखते ही देखते बाइक के पीछे बैठे शाहिद ने चाकू निकाल कर राजेंद्र पर हमला कर दिया। जिससे वह खून से लथपथ होकर घायल हो गया। उसके भाई और भांजे ने परिजन के साथ इलाज के लिए उसे CIMS लेकर गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। राजेंद्र की मां लछनबाई ने पुलिस को बताया कि बाइक सवार दो युवक जब राजेंद्र से गाली-गलौज कर उलझ रहे थे, तब वह मौके पर पहुंच गई। विवाद होते देखकर वह अपने बेटे राजेंद्र को खींच कर ले जा रही थी। तभी एक युवक गाली देते हुए आया और राजेंद्र पर चाकू से हमला कर दिया।