रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में गुरुवार, 28 नवंबर को झारखंड के चौथे मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन शपथ लेंगे. झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं को न्योता भेजा गया है.
हेमंत सोरेन ने शपथ लेने से पहले लिखा, “आज का दिन ऐतिहासिक होगा-एक ऐसा दिन जो हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे की भावना और न्याय के प्रति हम झारखंडियों की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा.” झारखंड की महान धरती ने हमेशा से संघर्षों को जन्म दिया है और झामुमो-भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो-झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों से भरी उसी विरासत को हर दिन समेटे जा रहा है.
झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है- हेमंत सोरेन
उन्होने कहा कि आज का दिन राजनीतिक जीत नहीं है, बल्कि सामाजिक न्याय और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के लिए हर दिन लड़ी जानी वाली लड़ाई को दोहराने का दिन है. आज की जनता भी लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के खिलाफ एकजुट है. अब हर गांव, हर शहर में अधिकार, समानता और झारखंडियत की आवाज गूंज रही है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारी एकता हमारा सबसे बड़ा हथियार है, हमें न विभाजित किया जा सकता है न शांत किया जा सकता है. जब भी वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं, और हम झारखंडी हैं, और झारखंडी झुकते नहीं हैं, इसलिए जब भी वे हमें शांत करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज और तीव्र होती जाती है.
हेमंत सोरेन ने आगे कहा, “आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ लेकर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा. उन्होंने राज्य के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है. संघर्ष जारी है और आखिरी सांस तक रहे.
JMM को मिली 34 सीटें
हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन ने 23 नवंबर को झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 56 सीटें जीतीं, जिसमें झामुमो को 34, कांग्रेस को 16, राजद को चार और सीपीआई एमएल को दो सीटें मिली हैं. राज्य में पहली बार कोई सरकार दो तिहाई बहुमत के साथ बनने जा रही है.