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सुनापुर बीच पर 15 फीट लंबी ब्लू व्हेल शार्क की मौत, उम्र और थकावट बनी वजह

गंजाम,

जिले के सुनापुर बीच पर सोमवार को एक 15 फीट लंबी ब्लू व्हेल शार्क की मौत हो गई. यह घायल व्हेल शार्क समुद्र की लहरों के साथ बहकर तट पर आ गई थी. स्थानीय मछुआरों ने इसे समुद्र में वापस भेजने की पूरी कोशिश की, लेकिन असफल रहे. आखिरकार, समुद्र तट पर करीब तीन घंटे तक फंसे रहने के बाद इस विशाल जीव ने दम तोड़ दिया.

शार्क उम्र के कारण कमजोर हो गई थी, जिसके चलते वह समुद्र की लहरों से लड़ने में असमर्थ थी. सुबह 11 बजे मछुआरों ने इसे तट पर देखा और इसकी खबर फैलते ही लोग बड़ी संख्या में इसे देखने पहुंच गए.

ब्रह्मपुर के फॉरेस्ट रेंज अधिकारी सनी खोक्खर ने मौके पर पहुंचकर जांच की और शार्क की मौत को प्राकृतिक कारणों से हुई घोषित किया. शव का पोस्टमार्टम कर उसे समुद्र तट पर दफना दिया गया.

चिकिटी ब्लॉक के फिशरी एक्सटेंशन ऑफिसर प्रियब्रत दास ने बताया कि शार्क अपनी उम्र के कारण कमजोर और सुस्त हो गई थी. समुद्र में लौटने की कोशिश में हुई देरी उसकी मौत का कारण बनी. स्थानीय मछुआरों और वन विभाग के अधिकारियों ने इस दुर्लभ घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.

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गंजाम, जिले के सुनापुर बीच पर सोमवार को एक 15 फीट लंबी ब्लू व्हेल शार्क की मौत हो गई. यह घायल व्हेल शार्क समुद्र की लहरों के साथ बहकर तट पर आ गई थी. स्थानीय मछुआरों ने इसे समुद्र में वापस भेजने की पूरी कोशिश की, लेकिन असफल रहे. आखिरकार, समुद्र तट पर करीब तीन घंटे तक फंसे रहने के बाद इस विशाल जीव ने दम तोड़ दिया. शार्क उम्र के कारण कमजोर हो गई थी, जिसके चलते वह समुद्र की लहरों से लड़ने में असमर्थ थी. सुबह 11 बजे मछुआरों ने इसे तट पर देखा और इसकी खबर फैलते ही लोग बड़ी संख्या में इसे देखने पहुंच गए. ब्रह्मपुर के फॉरेस्ट रेंज अधिकारी सनी खोक्खर ने मौके पर पहुंचकर जांच की और शार्क की मौत को प्राकृतिक कारणों से हुई घोषित किया. शव का पोस्टमार्टम कर उसे समुद्र तट पर दफना दिया गया. चिकिटी ब्लॉक के फिशरी एक्सटेंशन ऑफिसर प्रियब्रत दास ने बताया कि शार्क अपनी उम्र के कारण कमजोर और सुस्त हो गई थी. समुद्र में लौटने की कोशिश में हुई देरी उसकी मौत का कारण बनी. स्थानीय मछुआरों और वन विभाग के अधिकारियों ने इस दुर्लभ घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
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