रायपुर,
ओडिशा में 20 लाख के साइबर फ्रॉड का रायपुर कनेक्शन मिलने पर पुलिस ने सड्डू के एक दवा कारोबारी अश्वनी पॉल के घर छापेमारी की. कारोबारी अश्वनी उर्फ अजय पॉल 30 वर्ष को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया गया. आरोपी को शाम को कटक पुलिस अपने साथ लेकर रवाना हो गई. पुलिस सूत्रों ने बताया कि साइबर ठगी की रकम आरोपी के एकाउंट में ट्रांसफर करके निकाली गई है. जांच में केरल और उत्तरप्रदेश से भी आरोपी के दो बैंक खातों से रकम जमा करके निकाले जाने का खुलासा हुआ है.
कटक पुलिस ने पंडरी थाने में सूचना देकर सड्डू में रविवार रात को छापेमारी की. यहां आरोपी अश्वनी पॉल को गिरफ्तार किया गया. आरोपी को मूल रूप से मुंगेली निवासी बताया गया है. सोमवार को कोर्ट में पेश करके पुलिस ने कटक में साइबर फ्रॉड के केस में आरोपी से पूछताछ की जरूरत होने की जानकारी दी. इसके बाद आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर कटक पुलिस के हवाले किया गया. रात तक पुलिस आरोपी को लेकर रवाना हो गई है. इधर रायपुर में उक्त आरोपी के बारे में स्थानीय दवा कारोबारियों को कोई खबर नहीं है.
जांच में सहयोग नहीं करने पर छापेमारी करके दबोचा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने ओडिशा और लोकल पुलिस से उन दो बैंक खातों के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार किया है. पुलिस का दावा है कि आरोपी को पहले पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया. पुलिस को उसने सहयोग नहीं किया. आरोपी के बैंक खाते में उत्तरप्रदेश और केरल से भी साइबर फ्रॉड की बड़ी रकम का ट्रांजेक्शन हुआ है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि यदि आरोपी पूरी तरह बेकसूर होता तो उसने पुलिस से जरूर संपर्क किया होता, लेकिन लखनऊ व कटक पुलिस की जांच से भी बचने का आरोपी ने प्रयास किया. आरोपी के खिलाफ लखनऊ पुलिस ने भी नोटिस जारी किया है. यह भी बताया जा रहा है कि आरोपी के बैंक खाते के खिलाफ 31 से ज्यादा शिकायतें ऑनलाइन दर्ज हुई हैं. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है. ओडिशा का मामला 2023 का बताया गया है.