चांपा। कई लोगों के द्वारा अपना जीवनयापन करने के लिए स्टेशन के सामने ठेला लगाकर फल व अन्य सामान बेचने का काम किया जाता था। यह सिलसिला वर्षों से चल रहा है लेकिन जब रेलवे के अधिकारियों ने कड़ाई शुरू की तब उन्हें आरपीएफ कर्मचारियों द्वारा स्टेशन परिसर से बाहर खदेड़ दिया गया। वर्तमान में कई लोग स्टेशन परिसर के सामने ही ठेला लगाते है लेकिन कुछ लोगों को आरपीएफ के कर्मचारियों का संरक्षण प्राप्त होने से बेखौफ होकर अपना काम कर रहे हैं। वहीं ऐसा होता देख अन्य लोगों ने भी ठेला लगाना शुरू कर दिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि आरपीएफ का वह कर्मचारी भड़क उठा और ठेला लगाने वाले से भीड़ गया और उस पर कार्रवाई तक कर दिया, जिसकी शिकायत ठेला लगाने वाले ने राज्य के मंत्रियों सहित रेलवे के उच्च अधिकारियों से भी की। लेकिन नतीजा सिफर निकला। आरपीएफ का वह कर्मचारी दबंगई से अपने ठेला लगाने वाले से अवैध तरीके से कार्य करवाकर कमाई कर रहा है। चांपा आरपीएफ पोस्ट के अधिकारी से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है। अगर ऐसा है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन ऐसा कब तक होता रहेगा कि अधिकारी जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करें। फिलहाल रेलवे में जब तक शिकायत ना हो शायद ही आम जनता को लाभ मिले। अब देखना यह है कि आरपीएफ के द्वारा जांच की आंच कहां तक पहुंचती है। क्या उस दबंग आरपीएफ कर्मचारी पर कार्रवाई होगी या यह मामला भी ठंडे बस्ते में जाएगा।