छत्तीसगढएसईसीएल मुख्यालय में 73वॉं गणतंत्र दिवस मनाया गया

एसईसीएल मुख्यालय में 73वॉं गणतंत्र दिवस मनाया गया

 

 

कोरोना वायरस रूपी आपदा को अवसर में बदलते हुए माननीय प्रधानमंत्रीजी ने ’आत्मनिर्भर भारत’ का आव्हान किया है। ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता इसका प्रमुख अंग है तथा इसमें कोयले की भूमिका महत्वपूर्ण है। आप अवगत हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में आयातित कोयले की कीमत अगस्त 2020 के 50 डालर प्रति टन से बढ़कर अक्टूबर 2021 में 200 डालर प्रति टन तक पहुँच गयी थी। इसी बीच कोरोना की दूसरी लहर के मंद पड़ते ही देश में बिजली की माँग भी अचानक से बढ़ी थी। इन चुनौतियों से सफलतापूर्वक निपटते हुए थर्मल पावर ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता एवं विश्वसनीयता सिद्ध की है। मैं यहाँ निरंतर कर्मरत एसईसीएल टीम को बधाई देता हूँ जिनकी मेहनत से इस वित्तीय वर्ष में भी एसईसीएल 100 मिलियन टन क्लब में शामिल हो चुकी है तथा प्रगतिशील है। उक्त बातें एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए.पी. पण्डा ने एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन प्रांगण में गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर कही।

 

 

उन्होंने आगे कहा एसईसीएल ने समग्र रूप से इस वर्ष पूँजीगत व्यय का 4675 करोड़ लक्ष्य निर्धारित किया है जो कि इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के साथ-साथ इकॉनॉमी में लिक्विडिटी इन्फ्यूज ;स्पुनपकपजल प्दनिेमद्ध करने में भी सहायक होंगे। इसके अंतर्गत कम्पनी की स्टेट ऑफ दी आर्ट, फर्स्ट माईल कनेक्टिीविटी परियोजनाएँ विकसित की जा रही हैं। एफएमसी की इको फ्रेण्डली 9 परियोजनाओं के जरिए कम्पनी की 6 खदानों से अतिरिक्त रूप से 60 से 70 मिलियन टन कोयले के डिस्पैच की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। कोल डिस्पैच के लिए तेजी से विकसित हो रही एसईसीएल की रेल कॉरीडोर परियोजनाएँ कंपनी व अंचल के लिए प्रगति के नए द्वार खोलेंगी। गत 15 नवंबर को छत्तीसगढ़ ईस्ट रेल लिमिटेड के घरघोड़ा फ्रेट टर्मिनल से पहला कोल रेक लोड किया गया। गेवरा-पेन्ड्रा रोड की 135 किलोमीटर लम्बी ईस्ट-वेस्ट रेल कॉरीडोर के विभिन्न सिविल कार्यों पर भी कार्य आरंभ हो चुका है। एसईसीएल सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी निवेश कर रही है। भटगांव एवं विश्रामपुर क्षेत्र के चिन्हित भूमि पर 40 मेगावाट परियोजना के स्थापना की दिशा में हम तेजी से काम कर रहे हैं तथा इस परियोजना हेतु लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) जारी कर दिया गया है। कम्पनी विभिन्न क्षेत्रों में 2 हजार किलोवाट क्षमता के रूफटॉप सोलर पैनल के स्थापना के लिए भी अनुबंध फाईनल कर चुकी है। विभिन्न एरिया में चार्जिंग स्टेशन की सुविधा सहित इलेक्ट्रिक व्हीकल के उपयोग की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। नई तकनीक का विस्तार करते हुए हसदेव क्षेत्र के बेहराबांध एवं बिश्रामपुर क्षेत्र के गायत्री भूमिगत खदान में कान्टिन्यूअस माईनर लगायी जा रही है। कम्पनी में ईआरपी सिस्टम संचालित किया जा रहा है तथा इनके ऑपरेशनल मॉड्यूल्स के जरिए सम्पादित कार्य में सुव्यवस्था एवं तेजी देखी जा रही है। कंपनी अपने कामगार बन्धुओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

 

 

गणतंत्र दिवस 2022 के शुभ अवसर पर प्रातः 9.30 बजे मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए.पी.पण्डा ने एसईसीएल मुख्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण किया एवं सुरक्षा टुकड़ी की सलामी ली। इस सुरक्षा टुकड़ी का नेतृत्व व्ही दक्षिणामूर्ति उप प्रबंधक (सुरक्षा) बिलासपुर ने किया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि एवं निदेशकगणों द्वारा शहीद स्मारक व खनिक प्रतिमा पर पुष्पांजलि तथा डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य सतर्कता अधिकारी बी.पी. शर्मा, निदेशक तकनीकी (संचालन सह कार्मिक) एम.के. प्रसाद एवं निदेशक (वित्त) एस.एम. चौधरी, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस.के. पाल, एसईसीएल संचालन समिति सदस्य हरिद्वार सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान महाप्रबध्ंाक (कार्मिक/प्रशासन) ए.के. सक्सेना, विभिन्न विभागाध्यक्ष, विभिन्न श्रमसंघ प्रतिनिधि, सीएमओएआई, ऑल इण्डिया एसएसटी ओबीसी कोआर्डिनेशन कौंसिल, कोलइण्डिया एससी-एसटी एम्पालई एसोसिएशन आदि के प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही।

कार्यक्रम के अंत में ’100 मिलियन टन 100 पुरस्कार ऑनलाईन क्वीज प्रतियोगिता’’ के मुख्यालय के सभी 20 विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि के करकमलों से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में सफलतापूर्वक उद्घोषणा का दायित्व श्रीमती सविता निर्मलकर उप प्रबंधक (राजभाषा/जनसंपर्क) ने निभाया।

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    कोरोना वायरस रूपी आपदा को अवसर में बदलते हुए माननीय प्रधानमंत्रीजी ने ’आत्मनिर्भर भारत’ का आव्हान किया है। ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता इसका प्रमुख अंग है तथा इसमें कोयले की भूमिका महत्वपूर्ण है। आप अवगत हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में आयातित कोयले की कीमत अगस्त 2020 के 50 डालर प्रति टन से बढ़कर अक्टूबर 2021 में 200 डालर प्रति टन तक पहुँच गयी थी। इसी बीच कोरोना की दूसरी लहर के मंद पड़ते ही देश में बिजली की माँग भी अचानक से बढ़ी थी। इन चुनौतियों से सफलतापूर्वक निपटते हुए थर्मल पावर ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता एवं विश्वसनीयता सिद्ध की है। मैं यहाँ निरंतर कर्मरत एसईसीएल टीम को बधाई देता हूँ जिनकी मेहनत से इस वित्तीय वर्ष में भी एसईसीएल 100 मिलियन टन क्लब में शामिल हो चुकी है तथा प्रगतिशील है। उक्त बातें एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए.पी. पण्डा ने एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन प्रांगण में गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर कही।     उन्होंने आगे कहा एसईसीएल ने समग्र रूप से इस वर्ष पूँजीगत व्यय का 4675 करोड़ लक्ष्य निर्धारित किया है जो कि इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के साथ-साथ इकॉनॉमी में लिक्विडिटी इन्फ्यूज ;स्पुनपकपजल प्दनिेमद्ध करने में भी सहायक होंगे। इसके अंतर्गत कम्पनी की स्टेट ऑफ दी आर्ट, फर्स्ट माईल कनेक्टिीविटी परियोजनाएँ विकसित की जा रही हैं। एफएमसी की इको फ्रेण्डली 9 परियोजनाओं के जरिए कम्पनी की 6 खदानों से अतिरिक्त रूप से 60 से 70 मिलियन टन कोयले के डिस्पैच की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। कोल डिस्पैच के लिए तेजी से विकसित हो रही एसईसीएल की रेल कॉरीडोर परियोजनाएँ कंपनी व अंचल के लिए प्रगति के नए द्वार खोलेंगी। गत 15 नवंबर को छत्तीसगढ़ ईस्ट रेल लिमिटेड के घरघोड़ा फ्रेट टर्मिनल से पहला कोल रेक लोड किया गया। गेवरा-पेन्ड्रा रोड की 135 किलोमीटर लम्बी ईस्ट-वेस्ट रेल कॉरीडोर के विभिन्न सिविल कार्यों पर भी कार्य आरंभ हो चुका है। एसईसीएल सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी निवेश कर रही है। भटगांव एवं विश्रामपुर क्षेत्र के चिन्हित भूमि पर 40 मेगावाट परियोजना के स्थापना की दिशा में हम तेजी से काम कर रहे हैं तथा इस परियोजना हेतु लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) जारी कर दिया गया है। कम्पनी विभिन्न क्षेत्रों में 2 हजार किलोवाट क्षमता के रूफटॉप सोलर पैनल के स्थापना के लिए भी अनुबंध फाईनल कर चुकी है। विभिन्न एरिया में चार्जिंग स्टेशन की सुविधा सहित इलेक्ट्रिक व्हीकल के उपयोग की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। नई तकनीक का विस्तार करते हुए हसदेव क्षेत्र के बेहराबांध एवं बिश्रामपुर क्षेत्र के गायत्री भूमिगत खदान में कान्टिन्यूअस माईनर लगायी जा रही है। कम्पनी में ईआरपी सिस्टम संचालित किया जा रहा है तथा इनके ऑपरेशनल मॉड्यूल्स के जरिए सम्पादित कार्य में सुव्यवस्था एवं तेजी देखी जा रही है। कंपनी अपने कामगार बन्धुओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।     गणतंत्र दिवस 2022 के शुभ अवसर पर प्रातः 9.30 बजे मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए.पी.पण्डा ने एसईसीएल मुख्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण किया एवं सुरक्षा टुकड़ी की सलामी ली। इस सुरक्षा टुकड़ी का नेतृत्व व्ही दक्षिणामूर्ति उप प्रबंधक (सुरक्षा) बिलासपुर ने किया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि एवं निदेशकगणों द्वारा शहीद स्मारक व खनिक प्रतिमा पर पुष्पांजलि तथा डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य सतर्कता अधिकारी बी.पी. शर्मा, निदेशक तकनीकी (संचालन सह कार्मिक) एम.के. प्रसाद एवं निदेशक (वित्त) एस.एम. चौधरी, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस.के. पाल, एसईसीएल संचालन समिति सदस्य हरिद्वार सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान महाप्रबध्ंाक (कार्मिक/प्रशासन) ए.के. सक्सेना, विभिन्न विभागाध्यक्ष, विभिन्न श्रमसंघ प्रतिनिधि, सीएमओएआई, ऑल इण्डिया एसएसटी ओबीसी कोआर्डिनेशन कौंसिल, कोलइण्डिया एससी-एसटी एम्पालई एसोसिएशन आदि के प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अंत में ’100 मिलियन टन 100 पुरस्कार ऑनलाईन क्वीज प्रतियोगिता’’ के मुख्यालय के सभी 20 विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि के करकमलों से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में सफलतापूर्वक उद्घोषणा का दायित्व श्रीमती सविता निर्मलकर उप प्रबंधक (राजभाषा/जनसंपर्क) ने निभाया।
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