झारखंड,
झारखंड विधानसभा चुनाव के आखिरी और सेकेंड फेज में आज 12 जिलों की 38 सीटों पर मतदान सुबह 7 बजे से जारी है। चुनाव आयोग ने सुबह 9 बजे के वोटिंग आंकड़े जारी कर दिए हैं। राज्य की सभी 38 सीटों पर सुबह 9 बजे तक औसतन 12.71% मतदान हो चुका है। सबसे ज्यादा रामगढ़ विधानसभा सीट पर 15.87% वोटिंग हो चुकी है।
14,218 पोलिंस स्टेशन में से 31 बूथों पर शाम 4 बजे मतदान खत्म हो जाएगा। सेकेंड फेज की 38 में से 18 सीटें संथाल, 18 सीटें उत्तरी छोटानागपुर और दो सीटें रांची जिले की हैं। दूसरे चरण 38 सीटों में NDA की तरफ से भाजपा 32 और आजसू 6 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं, INDIA ब्लॉक में झामुमो 20, कांग्रेस 12, राजद 2 और माले 4 सीटों पर लड़ रही है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, दूसरे फेज में 528 कैंडिटेट्स मैदान में हैं। इनमें से 55 महिला उम्मीदवार हैं। 127 करोड़पति हैं, जबकि 148 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। इसी फेज में सीएम हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी और विपक्ष के नेता अमर बाउरी, मंत्री इरफान अंसारी चुनाव लड़ रहे हैं। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
बीजेपी ने 68 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि सहयोगी AJSU पार्टी ने 10, जेडीयू ने दो और लोक जनशक्ति (रामविलास) ने एक सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं इंडिया ब्लॉक में, जेएमएम ने 43 सीटों पर, कांग्रेस ने 30, आरजेडी ने 6 और सीपीआई (एमएल) ने 4 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं और कुछ सीटों पर दोस्ताना लड़ाई भी है।
शिव की शरण में पहुंचे बाबूलाल मरांडी
झारखंड की दूसरे चरण में पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी की किस्मत भी आज ईवीएम में कैद हो रही है। मतदान के बीच बाबूलाल मरांडी भगवान शिव की शरण में पहुंचे। झारखंड भाजपा अध्यक्ष और धनवार से उम्मीदवार बाबूलाल मरांडी ने आज अपने आवास पर पूजा-अर्चना की और अपनी मां मीना मुर्मू का आशीर्वाद लिया।
पैसे बांट रहे हैं मंत्री के भाई- निशिकांत दुबे
लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने झामुमो सरकार के मंत्री पर खुले आम पैसे बांटने का आरोप लगाया है। झारखंड का मधुपुर विधानसभा, झामुमो सरकार के मंत्री हफ़ीज़ का भाई खुलेआम पैसे बांट रहा है,आपने झामुमो के एजेंट अधिकारियों पर कृपा कर यह तमाशा पूरे झारखंड में कर दिया। पहली बार झारखंड में चुनाव आयोग पंगु नज़र आ रहा है।
आदिवासी वोटर को डरा रहे हैं केंद्रीय बल
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड में केंद्रीय बलों पर आदिवासियों को डराने का आरोप लगाया है। कि क्या केंद्रीय सुरक्षा बलों को बोरियो विधानसभा समेत संथाल परगना में आदिवासियों को आतंकित करने के लिए लगाया गया है? सुबह से उनके आम आदिवासी वोटरों को डराने धमकाने की खबरें आ रही है। चुनाव कृपया जागिये. लोकतंत्र के इस महान पर्व में सबको शामिल होने का अधिकार हमारा संविधान हमें देता है।