झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होना है। इसके लिए सोमवार की शाम से ही चुनाव प्रचार थम गया। इस दौरान चुनाव आयोग ने अवैध नकदी और मादक पदार्थों की रिकार्ड जब्ती की है। चुनाव की घोषणा के बाद 198.12 करोड़ रुपए और अवैध सामग्री जब्त की गई है। जब्ती की यह राशि पिछले विधानसभा चुनाव में की गई जब्ती से 10 गुना अधिक है। 2019 विधानसभा चुनाव में 18.76 करोड़ रुपए जब्त किए गए थे। किसी चुनाव के दौरान यह अब तक की सबसे बड़ी जब्ती बताई जा रही।
अवैध खनन गतिविधियों पर भी अंकुश लगाया
इस बार चुनाव आयोग का फोकस अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने पर भी था। इसके परिणामस्वरूप अवैध खनन सामग्री और मशीनें जब्त की गईं। साहिबगंज जिले के राजमहल विधानसभ क्षेत्र में एक बार में 2.26 करोड़ रुपए की अवैध खनन सामग्री जब्त हुई। ऐसी कई कार्रवाइयों में अवैध खनन संबंधित जब्ती हुईं।
मुफ्त बांटी जाने वाली 152.22 करोड़ की वस्तुएं बरामद
पड़ोसी राज्यों से मादक पदार्थों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी गई। नतीजा डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र में 687 किलोग्राम पोस्ता जब्त हुआ। हजारीबाग में 48.18 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। इस बार 152.22 करोड़ की मुफ्त बांटी जाने वाली वस्तुओं की भी बरामदगी हुई।
राज्य पुलिस ने भी दिखाई सख्ती
आयोग द्वारा चुनाव की घोषणा से पूर्व एजेंसियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर अवैध नकदी एवं सामग्री पर रोकथाम को लेकर निर्देश दिए गए थे। एजेंसियों के बीच समन्वय पर जोर दिया गया था। इस बार अन्य एजेंसियों के साथ राज्य पुलिस ने भी बड़ी राशि जब्ती की है। चेक पोस्ट आदि पर जांच में पारदर्शिता बरतने के लिए आयोग ने वीडियोग्राफी के निर्देश दिए थे। नकद में 14.84 करोड़ की जब्ती हुई। शराब में 7.84 करोड़ रुपए की जब्ती की गई। ड्रग 14.84 करोड़ की जब्ती हुई। 8.38 करोड़ रुपए की कीमती धातु जब्त हुई।