बालोद,
जिले में बंधक बनाकर युवती से सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला आया है, जिसमें पीड़िता की शिकायत पर दूसरे धर्म वाले कथित पति के साथ उसके माता-पिता और दोस्त के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. विश्व हिन्दू परिषद ने पुलिस पर छह घंटे थाना में बैठने के बाद पुलिस पर मामला दर्ज करने का आरोप लगाया है.
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, अर्जुन्दा थाना क्षेत्र के एक गांव की लड़की ने बताया कि जिशान खान नाम के युवक ने फोन कर परिवार को जान से मारने की धमकी देते हुए जबरदस्ती दुर्ग ले जाकर दुर्गा मंदिर में पहले शादी की. उसके बाद युवक लड़की को ढाबा ले गया, जहां उसके दोस्त ने उससे छेड़छाड़ की, जिसका विरोध करते हुए लड़की ने दोस्त की चप्पल से पिटाई की.
इसके बाद जिशान खान उसे अपने घर ले गया, जहाँ अंधेरे कमरे में रखकर युवक और उसके पिता ने लगातार दुष्कर्म किया. तीन दिनों के दौरान लड़की को खाना तक नहीं दिया गया, यहां तक की बीएमओ के तौर पर पदस्थ युवक की मां ने उसके साथ मार-पीट की. इस बीच घर में किसी के भी मौजूद नहीं रहने पर काम वाली बाई के फोन के जरिए अपने पिता को बंधक बनाए जाने की सूचना दी.
युवती की जानकारी मिलने पर उसके परिजनों और विश्व हिन्दू परिषद के लोगों ने उसे छुड़ाया. युवती की खराब हालत को देखते हुए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मामले में अर्जुन्दा पुलिस ने आरोपी युवक, उसके माता-पिता और दोस्त के खिलाफ धारा 127(3), 115(2), 62, 64, 351(2), 3(5) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच में लिया है.
विहिप ने की कड़ी सजा की मांग
मामले में विश्व हिन्दू परिषद जिला अध्यक्ष बलराम गुप्ता ने बताया कि समाज के लोगों के साथ 6 घण्टे थाने में बैठने के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. इसके साथ ही लड़कियों से ऐसे किसी बहकावे में न आने के साथ ऐसा कृत्य करने वालों की सूचना परिजनों को देने की बात कही है, जिससे दोबारा घटना न हो.