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हनुमान धारा में आइए और पेड़ काटकर जाइए…अधिकारी को नहीं नगर का संज्ञान…आखिर किसे लाभ पहुंचना चाह रहे अधिकारी…

चांपा। वर्तमान समय में लोगों की रुचि मोहल्ले से दूर एकांत में घर बनाने का सपना है। जिसको पूरा करने बिल्डर और डेवलपर्स जी जान लगा दे रहे है। जिसके लिए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने, राजस्व को हानि पहुंचाने सहित तमाम चीजों को खिलवाड़ करने पीछे नहीं हट रहे है, वहीं अधिकारी अपने मजे में है। जिनको जानकारी पूछने जाओ तो कहते है शिकायत करो तो जांच करवाएंगे। जिससे यही लगता है मानो पत्रकारिता अधिकारियों को सूचना देने के लिए ही बना है। जब भी सवाल पूछो तो अधिकारी उसे शिकायत समझने लगते है और पत्रकार को शिकायतकर्ता। अब इन अधिकारियों को क्या कहें बिचारे जवाब देने के बजाए बचने और आरोपियों को बचाने की कवायद में लग जाते है। हनुमान धारा में वर्षों पूर्व कई बड़े बड़े पेड़ है। जिन्हें किसी अज्ञात लोगों के द्वारा धड़ल्ले से काटा जा रहा है लेकिन अधिकारी आराम से अपने कार्यालय में कुर्सी तोड़ने में लगे है। जानकारी होने के बाद भी यही कहते फिरते है कि जांच करवाते है। ऐसे ही अधिकारियों की वजह से आरोपी अपन पूरा कार्य कर लेते है और आम जनता सिर्फ अधिकारियों के चक्कर लगाते रहते है। हनुमान धारा चांपा नगर का एक पर्यटन स्थल है जहां नगर के लोग पिकनिक मनाने पहुंचते है। बड़े बड़े पेड़ों की छांव में सभी पिकनिक मनाने जाते है। लेकिन वो पेड़ भी अब शायद ही नजर आए। लेकिन अधिकारियों की कुंभकर्णीय नींद भी पेड़ों को काटने से नहीं रोक सकती। आम जनता से किसी ने वीडियो बनाकर हमें भेजा है आप देखिए कि कैसे बड़े बड़े पेड़ों की कटाई हो रही है तो वही वन विभाग और राजस्व विभाग अपनी आंख मूंदें बैठे है। अब देखना यह होगा कि अधिकारी अपना कार्य ईमानदारी से निभाते है या जनता बिना पेड़ो के पिकनिक मनाएगी।

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चांपा। वर्तमान समय में लोगों की रुचि मोहल्ले से दूर एकांत में घर बनाने का सपना है। जिसको पूरा करने बिल्डर और डेवलपर्स जी जान लगा दे रहे है। जिसके लिए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने, राजस्व को हानि पहुंचाने सहित तमाम चीजों को खिलवाड़ करने पीछे नहीं हट रहे है, वहीं अधिकारी अपने मजे में है। जिनको जानकारी पूछने जाओ तो कहते है शिकायत करो तो जांच करवाएंगे। जिससे यही लगता है मानो पत्रकारिता अधिकारियों को सूचना देने के लिए ही बना है। जब भी सवाल पूछो तो अधिकारी उसे शिकायत समझने लगते है और पत्रकार को शिकायतकर्ता। अब इन अधिकारियों को क्या कहें बिचारे जवाब देने के बजाए बचने और आरोपियों को बचाने की कवायद में लग जाते है। हनुमान धारा में वर्षों पूर्व कई बड़े बड़े पेड़ है। जिन्हें किसी अज्ञात लोगों के द्वारा धड़ल्ले से काटा जा रहा है लेकिन अधिकारी आराम से अपने कार्यालय में कुर्सी तोड़ने में लगे है। जानकारी होने के बाद भी यही कहते फिरते है कि जांच करवाते है। ऐसे ही अधिकारियों की वजह से आरोपी अपन पूरा कार्य कर लेते है और आम जनता सिर्फ अधिकारियों के चक्कर लगाते रहते है। हनुमान धारा चांपा नगर का एक पर्यटन स्थल है जहां नगर के लोग पिकनिक मनाने पहुंचते है। बड़े बड़े पेड़ों की छांव में सभी पिकनिक मनाने जाते है। लेकिन वो पेड़ भी अब शायद ही नजर आए। लेकिन अधिकारियों की कुंभकर्णीय नींद भी पेड़ों को काटने से नहीं रोक सकती। आम जनता से किसी ने वीडियो बनाकर हमें भेजा है आप देखिए कि कैसे बड़े बड़े पेड़ों की कटाई हो रही है तो वही वन विभाग और राजस्व विभाग अपनी आंख मूंदें बैठे है। अब देखना यह होगा कि अधिकारी अपना कार्य ईमानदारी से निभाते है या जनता बिना पेड़ो के पिकनिक मनाएगी।

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