वासु सोनी चांपा। ए भाई जरा देख के चलो, आगे ही नही पीछे भी ये मशहूर गाना किसी के लिए बना हो या ना बना हो लेकिन आम जनता को जरूर सुनना चाहिए क्योंकि नाबालिक बच्चो के हाथ में बाइक आते ही पता नही कहा से बाइक घुसा दे। जी हां आप सही समझ रहे है। चांपा नगर में कई वर्षों से लायंस चौक के समीप लायंस इंग्लिश हायर से सेकंडरी स्कूल और सरस्वती शिशु मंदिर दोनो स्कूल संचालित है। जहां रोजाना नाबालिक बच्चे अपने भारी भरकम बाइक पे फर्राटे भरते स्कूल पहुंचते है। उन्हें रास्ते में चलते हुए लोगों से कोई सरोकार नहीं है। आखिर किसके संरक्षण में ये नाबालिक ऐसी हरकतें करते है ये भगवान भरोसे है।
स्कूल मे पार्किंग होने के बाद भी नही दिया जाता प्रवेश
स्कूल पहुंचते ही स्कूल में ऐसे बच्चों की बाइक को प्रवेश नहीं दिया जाता। जो अपनी बाइक से स्कूल आते हैं। बाइक स्कूल के अंदर नही ले जाने की दशा में वे स्कूल के समीप मुख्य मार्ग में आड़े तिरछे अपनी बाइक को खड़ा कर चलते बनते है। स्कूल संचालकों को भी नहीं पता की रास्ते में खड़े बाइक आखिर किसके है। वहीं दूसरी ओर जब स्कूल की छुट्टी होती है तो दोनो स्कूल के बच्चे मुख्य मार्ग में खड़े अपने बाइक को आवश्यकता से अधिक स्पीड से दौड़ाते नजर आते है जिसके कारण कभी ना कभी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा?
क्या कहते है अधिकारी
जिले वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी होने के बावजूद वे आंख मूंद बैठे रहते है या फिर किसी के शिकायत का इंतजार करते रहते है। जब तक कोई शिकायत ना करे तो वे अधिकारी कार्रवाई करने से कतराते नजर आते है। आरटीओ जांजगीर के अधिकारी गौरव साहू से जब इस बारे में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया की नाबालिक बच्चों का ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनता है। अगर बच्चे बाइक चलाते हैं तो उन पर कार्रवाई की जा सकती है जो यातायात विभाग से संबंधित है। यातायात के आरआई प्रदीप जोशी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया समय समय पर कार्रवाई की जाती है। वहीं चांपा एसडीओपी यदुमनी सिदार से जानकारी ली गई तो उन्होंने फोटो और वीडियो प्रूफ मांगा, जिसके आधार पर उन्होंने चांपा थाना और यातायात विभाग को कार्रवाई करने निर्देशित भी किया।
अब देखना यह होगा कि सारी जानकारी मिलने के बाद भी विभाग कोई बड़ा कदम उठा पाता है या फिर ये मामला भी ठंडे बस्ते में चला जायेगा।