अन्य खबरेंक्या बड़ी घटना के बाद ही सुधरेंगे हालात?, आखिर कब मिलेगी मुक्ति...

क्या बड़ी घटना के बाद ही सुधरेंगे हालात?, आखिर कब मिलेगी मुक्ति…


चांपा। जल संसाधन विभाग जांजगीर का मुख्यालय चांपा के कालेज रोड में स्थित है। जहां कई वर्षों से गोदाम भवन को ही कार्यालय का रूप देकर काम चलाया जा रहा है। हालांकि नए भवन को लेकर प्रस्ताव भी लगभग हो चुका है बावजूद विभाग में कार्यरत अधिकारी कर्मचारी डरे सहमें से कार्यालय में काम करते नजर आते हैं।

वही विभाग के अधिकारी होमेश नायक बहुत कम समय अपने कार्यालय में गुजारते नजर आते हैं हालांकि वे संबंधित विभाग के उच्च अधिकारी जिसके कारण उन्हें कई प्रकार के कार्य के लिए बाहर भी जाना पड़ता है लेकिन कार्यालय में बैठने वालों के उनकी उदासीनता साफ झलकती है। बरसात भी चल रहा है, गोदाम भवन को भी बने लगभग 40 साल से भी अधिक समय हो चुका है कर्मचारियों को यह डर सताता है कि कहीं गोदाम भवन गिर ना जाए। गोदाम भवन जल संसाधन विभाग का ही है जहां विभाग के निर्माण कार्य में लगने वाले सीमेंट के लिए बनाया गया था। लेकिन जब अन्य स्थान से कार्यालय का स्थानांतरण हुआ तो भवन नहीं होने की स्थिति में गोदाम भवन को ही सहारा बनाया गया।

अब 40 से भी अधिक साल बीत जाने के बाद भी नया भवन नहीं बन पाया है जिसके चलते अधिकारी और कर्मचारियों सभी को यह डर सता रहा है कि कही भवन ही ना गिर जाए। क्योंकि भवन की जर्जर स्थित, सीपेज और सीलिंग की टूटी हुई स्थिति यही बयां करती है कि और अधिक समय गोदाम भवन में संचालित हुआ तो कोई बड़ी दुर्घटना होने से शायद ही कोई रोक पाए, लेकिन उसके लिए भी साहब ही जिम्मेदार होंगे क्योंकि मोबाइल के माध्यम से संपर्क करने पर उन्होंने ही इसकी जिम्मेदारी ली है। फिलहाल आखिर कब विभाग के लोगों को इस डर मुक्ति मिल पाएगी ये देखने वाली बात होगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest News

चांपा। जल संसाधन विभाग जांजगीर का मुख्यालय चांपा के कालेज रोड में स्थित है। जहां कई वर्षों से गोदाम भवन को ही कार्यालय का रूप देकर काम चलाया जा रहा है। हालांकि नए भवन को लेकर प्रस्ताव भी लगभग हो चुका है बावजूद विभाग में कार्यरत अधिकारी कर्मचारी डरे सहमें से कार्यालय में काम करते नजर आते हैं। वही विभाग के अधिकारी होमेश नायक बहुत कम समय अपने कार्यालय में गुजारते नजर आते हैं हालांकि वे संबंधित विभाग के उच्च अधिकारी जिसके कारण उन्हें कई प्रकार के कार्य के लिए बाहर भी जाना पड़ता है लेकिन कार्यालय में बैठने वालों के उनकी उदासीनता साफ झलकती है। बरसात भी चल रहा है, गोदाम भवन को भी बने लगभग 40 साल से भी अधिक समय हो चुका है कर्मचारियों को यह डर सताता है कि कहीं गोदाम भवन गिर ना जाए। गोदाम भवन जल संसाधन विभाग का ही है जहां विभाग के निर्माण कार्य में लगने वाले सीमेंट के लिए बनाया गया था। लेकिन जब अन्य स्थान से कार्यालय का स्थानांतरण हुआ तो भवन नहीं होने की स्थिति में गोदाम भवन को ही सहारा बनाया गया। अब 40 से भी अधिक साल बीत जाने के बाद भी नया भवन नहीं बन पाया है जिसके चलते अधिकारी और कर्मचारियों सभी को यह डर सता रहा है कि कही भवन ही ना गिर जाए। क्योंकि भवन की जर्जर स्थित, सीपेज और सीलिंग की टूटी हुई स्थिति यही बयां करती है कि और अधिक समय गोदाम भवन में संचालित हुआ तो कोई बड़ी दुर्घटना होने से शायद ही कोई रोक पाए, लेकिन उसके लिए भी साहब ही जिम्मेदार होंगे क्योंकि मोबाइल के माध्यम से संपर्क करने पर उन्होंने ही इसकी जिम्मेदारी ली है। फिलहाल आखिर कब विभाग के लोगों को इस डर मुक्ति मिल पाएगी ये देखने वाली बात होगी।
error: Content is protected !!