क्राइमखाना खाने तक करते रहे इंतजार और घोंट दिया गला, 16 दिन...

खाना खाने तक करते रहे इंतजार और घोंट दिया गला, 16 दिन बाद शंकर नगर चांपा में हुई हत्या के आरोपी पहुंचे सलाखों के पीछे, चोरी की नियत से की हत्या, नशे के आदी थे आरोपी

वासु सोनी चांपा। आखिरकार 16 दिन बाद चांपा पुलिस ने शंकर नगर में हुई हत्या के कातिलों का पता लगा ही लिया। कई दिनों से दिन रात कड़ी पूछताछ और सायबर सेल की मदद से कई सीसीटीवी खंगालने के बाद आरोपी पकड़ाए। हत्या के आरोपी दीपक यादव पिता एकादशिया 30 वर्ष निवासी सुभाष चैक एवं आरोपी साहिद बेग पिता सलीम बेग 26 वर्ष को न्यायालय पेश कर जेल भेज दिया गया।

चांपा के शंकर नगर वार्ड 25 में छोटेलाल पाण्डेय अपनी पत्नी, बेटे अमित और बहू के साथ रहते थे। बीते 26 जून की शाम छोटेलाल पाण्डेय की लाश उनके ही घर के एक कमरे में मिली। पुलिस को जानकारी मिलते ही तत्काल जिले के एसपी विवेक शुक्ला, एएसपी राजेन्द्र जायसवाल, एसडीओपी यदुमणी सिदार सहित चांपा पुलिस की टीम मौके पर पहुंच जांच शुरू किया। 16 दिन बीत जाने के बाद पुलिस की उम्मीद को पंख लगे और आरोपियों को पकड़ लिया।

आरोपियों की मृतक से थी पहले से पहचान

मृतक छोटेलाल पांडेय सुभाष चैक स्थित महामाया डेयरी चलाता था। महामाया डेयरी के पास सुभाष चैक के करीब आरोपी दीपक यादव जरी चना का ठेला लगाता था। वहीं पास में उसका मकान भी है। आरोपी साहिद बेग दीपक यादव का दोस्त था। जिसके कारण छोटेलाल पाण्डेय से दोनों की जान पहचान थी। दोनों आरोपी नशे के आदी थे।

आरोपियों को पहले से थी जानकारी

आरोपी दीपक यादव और साहिद बेग दोनों को मृतक छोटेलाल पाण्डेय के घर में कौन-कौन है इसकी जानकारी पहले से थी। जिस कारण दोनों आरोपी घटना के दिन दोपहर 01 बजे शराब के नशे में मृतक छोटेलाल पाण्डेय के घर पहंुचे। जहां दोनों आरोपियों ने मृतक से पानी मांगा। मृतक छोटेलाल पानी देने के बाद खाना खाने बैठ गया। चोरी और लूट के नियत से बैठे दोनों आरोपी मृतक के खाना खाने का इंतजार करने लगे। जैसे ही मृतक छोटेलाल पाण्डेय खाना खा लिया तब दोनों आरोपियों ने मिलकर मृतक छोटेलाल का बिजली के तार से गला घोंट दिया और घर में रखे पेटी से जेवर सहित नगदी लेकर फरार हो गए।

पुलिस को दे रहे थे चकमा

पुलिस द्वारा पुछताछ के दौरान दोनों आरोपियों को थाने लाया गया था लेकिन वे उस समय पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो गए थे। लेकिन आरोपियों को संदेह हो गया था कि पुलिस ने जांच में तेजी कर दी है और जल्द ही वे पुलिस की गिरफ्त में आ सकते है। तब आरोपी दीपक यादव और साहिद बेग ने चोरी किए सामानों ठिकाने लगाने की सोची और कुदरी डेम में फेंक दिया। मोहल्ले सहित आसपास में लगे सीसीटीवी को बार बार जांच करने के बाद पता लगा कि घटना के दिन आरोपी दीपक यादव और साहिद बेग को मृतक छोटेलाल के घर स्कूटी से पहुंचे थे और हत्या करने के बाद फरार हो गए। फिलहाल 16 दिन बाद पुलिस की कड़ी मेहनत रंग लाई और आरोपी दीपक यादव और साहिद बेग को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।

आरोपियों को पकड़ने में प्रमुख रूप से डा. नरेश पटेल थाना प्रभारी चांपा, सायबर सेल प्रभारी पारस पटेल, उपनिरीक्षक के डी बनर्जी, एएसआई विवेक सिंह, दिलीप सिंह, मुकेश पांडेय, अरुण सिंह, प्रधान आर. प्रकाश राठौर, अजय चतुर्वेदी, वीरेंद्र टंडन, महिला प्रधान श्यामा जसवाल, आर दिकेश्वर साहू, नितिन द्विवेदी, माखन साहू, शंकर राजपूत, पदम राज सिंह, भूपेंद्र गोस्वामी, सायबर सेल जांजगीर से प्रधान आर. मनोज तिग्गा, प्रधान आर विवेक सिंह, आर. रोहित कहरा, आर. आनंद सिंह, प्रदीप दुबे, मोहमद शाहबाज, गिरीश कश्यप रहे।

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वासु सोनी चांपा। आखिरकार 16 दिन बाद चांपा पुलिस ने शंकर नगर में हुई हत्या के कातिलों का पता लगा ही लिया। कई दिनों से दिन रात कड़ी पूछताछ और सायबर सेल की मदद से कई सीसीटीवी खंगालने के बाद आरोपी पकड़ाए। हत्या के आरोपी दीपक यादव पिता एकादशिया 30 वर्ष निवासी सुभाष चैक एवं आरोपी साहिद बेग पिता सलीम बेग 26 वर्ष को न्यायालय पेश कर जेल भेज दिया गया। चांपा के शंकर नगर वार्ड 25 में छोटेलाल पाण्डेय अपनी पत्नी, बेटे अमित और बहू के साथ रहते थे। बीते 26 जून की शाम छोटेलाल पाण्डेय की लाश उनके ही घर के एक कमरे में मिली। पुलिस को जानकारी मिलते ही तत्काल जिले के एसपी विवेक शुक्ला, एएसपी राजेन्द्र जायसवाल, एसडीओपी यदुमणी सिदार सहित चांपा पुलिस की टीम मौके पर पहुंच जांच शुरू किया। 16 दिन बीत जाने के बाद पुलिस की उम्मीद को पंख लगे और आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों की मृतक से थी पहले से पहचान मृतक छोटेलाल पांडेय सुभाष चैक स्थित महामाया डेयरी चलाता था। महामाया डेयरी के पास सुभाष चैक के करीब आरोपी दीपक यादव जरी चना का ठेला लगाता था। वहीं पास में उसका मकान भी है। आरोपी साहिद बेग दीपक यादव का दोस्त था। जिसके कारण छोटेलाल पाण्डेय से दोनों की जान पहचान थी। दोनों आरोपी नशे के आदी थे। आरोपियों को पहले से थी जानकारी आरोपी दीपक यादव और साहिद बेग दोनों को मृतक छोटेलाल पाण्डेय के घर में कौन-कौन है इसकी जानकारी पहले से थी। जिस कारण दोनों आरोपी घटना के दिन दोपहर 01 बजे शराब के नशे में मृतक छोटेलाल पाण्डेय के घर पहंुचे। जहां दोनों आरोपियों ने मृतक से पानी मांगा। मृतक छोटेलाल पानी देने के बाद खाना खाने बैठ गया। चोरी और लूट के नियत से बैठे दोनों आरोपी मृतक के खाना खाने का इंतजार करने लगे। जैसे ही मृतक छोटेलाल पाण्डेय खाना खा लिया तब दोनों आरोपियों ने मिलकर मृतक छोटेलाल का बिजली के तार से गला घोंट दिया और घर में रखे पेटी से जेवर सहित नगदी लेकर फरार हो गए। पुलिस को दे रहे थे चकमा पुलिस द्वारा पुछताछ के दौरान दोनों आरोपियों को थाने लाया गया था लेकिन वे उस समय पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो गए थे। लेकिन आरोपियों को संदेह हो गया था कि पुलिस ने जांच में तेजी कर दी है और जल्द ही वे पुलिस की गिरफ्त में आ सकते है। तब आरोपी दीपक यादव और साहिद बेग ने चोरी किए सामानों ठिकाने लगाने की सोची और कुदरी डेम में फेंक दिया। मोहल्ले सहित आसपास में लगे सीसीटीवी को बार बार जांच करने के बाद पता लगा कि घटना के दिन आरोपी दीपक यादव और साहिद बेग को मृतक छोटेलाल के घर स्कूटी से पहुंचे थे और हत्या करने के बाद फरार हो गए। फिलहाल 16 दिन बाद पुलिस की कड़ी मेहनत रंग लाई और आरोपी दीपक यादव और साहिद बेग को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। आरोपियों को पकड़ने में प्रमुख रूप से डा. नरेश पटेल थाना प्रभारी चांपा, सायबर सेल प्रभारी पारस पटेल, उपनिरीक्षक के डी बनर्जी, एएसआई विवेक सिंह, दिलीप सिंह, मुकेश पांडेय, अरुण सिंह, प्रधान आर. प्रकाश राठौर, अजय चतुर्वेदी, वीरेंद्र टंडन, महिला प्रधान श्यामा जसवाल, आर दिकेश्वर साहू, नितिन द्विवेदी, माखन साहू, शंकर राजपूत, पदम राज सिंह, भूपेंद्र गोस्वामी, सायबर सेल जांजगीर से प्रधान आर. मनोज तिग्गा, प्रधान आर विवेक सिंह, आर. रोहित कहरा, आर. आनंद सिंह, प्रदीप दुबे, मोहमद शाहबाज, गिरीश कश्यप रहे।
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