रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक तरफ जहाँ राज्य सरकार राजस्व पखवाड़ा आयोजन करने की तैयारी कर रही है, वहीं दूसरे तरफ राज्य सरकार के मंसूबे में पटवारीयों ने पानी फेरने का पूरा इंतज़ाम कर लिया है, राजस्व पटवारी संघ ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है। पटवारी संघ अपने विभिन्न मांगो को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है |
छत्तीसगढ़ के पटवारियों ने अपना काम-धंधा बंद करके धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। नया रायपुर में स्थित धरना स्थल पर आंदोलन करते हुए नजर आए हैं। इन सभी ने लैपटॉप और इंटरनेट नहीं होने पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा को लेटर लिखकर भेजा था। इसी बीच संघ के प्रदेश अध्यक्ष भागवत ने बताया कि, इंटरनेट नहीं होने की वजह से उन्हें काम करने में दिक्कत आ रही है।
पटवारी संघ ने राज्य सरकार की राजस्व पखवाड़ा को पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया है, राजधानी रायपुर की नवा रायपुर स्थित तूता धरना स्थल में प्रदेश स्तरीय अनिश्चितकालीन हड़ताल ने बड़ी संख्या में प्रदेश भर से पटवारी पहुंचे हैं। राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के पदाधिकारियों का कहना है कि संघ की कुल 32 सूत्रीय मांगें हैं जिसे लेकर वह कामबंद कर हड़ताल पर है। राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक संघ की 32 सूत्रीय मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे।
पटवारी संघ ने पूर्व में राजस्व सचिव और संचालक भू अभिलेख को ज्ञापन दिया गया था, जिसके बाद भी उनके मांगो का निराकरण नहीं हो पाया था , जिसके बाद पटवारियों ने हड़ताल को लेकर ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दिया था, पटवारी संघ का कहना हैं कि शासन के तरफ से उन्हें किसी तरह की माड़ नहीं मिलती, पटवाई अपने संसाधन से ऑनलाईन का कार्य करते हैं जो कि पटवारियों पर अतिरिक्त व्यय भार है,पटवारी अपने खर्च ऑनलाईन कार्य करने के लिए आज तक किसी भी प्रकार की सुविधा यथा कप्यूटर, लैपटाप, प्रिंटर, स्कैनर, इंटरनेट आदि उपलब्ध नहीं कराई गई है,
5 हजार पटवारियों का काम बंद
प्रदेश में करीब 5 हजार पटवारी हैं। सभी ने काम बंद कर दिया है। जिसकी वजह से आम जनता के कई सरकारी कार्य रुके हुए हैं। इन सभी को समझाने के बाद भी वे अपना धरना बंद करने को तैयार नहीं है।