छत्तीसगढकैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू होने से कर्मचारियों को मिलेगा लाभ

कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू होने से कर्मचारियों को मिलेगा लाभ

रायपुर। छत्तीसगढ़ कैशलेस चिकित्सा सेवा कर्मचारी कल्याण संघ जिला-जांजगीर-चांपा के जिला संयोजक आशिष राज पाटले द्वारा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, छत्तीसगढ़ शासन को आकाश छिकारा कलेक्टर जिला जांजगीर चांपा के माध्यम से अवगत कराया कि यदि छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारीयों के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू की जाती है तो इससे कर्मचारियों को इलाज में बहुत बड़ी सुविधा मिलेगी और कर्मचारियों को इलाज के दौरान आने वाले खर्च एवं मानसिक प्रताड़ना से राहत मिलेगी। उन्हें यह भी अवगत कराया गया कि कैशलेस चिकित्सा लागू होने से शासन के खजाने में किसी भी तरह का वित्तीय भार नहीं पड़ेगा, बल्कि शासन के खजाने में राशि बचेगी।

क्योंकि वर्तमान समय में शासन के द्वारा कर्मचारियों को प्रतिमाह चिकित्सा भत्ता दिया जाता है। उसके अलावा चिकित्सा में खर्च होने के बाद क्लेम करने पर कर्मचारियों को क्लेम के रूप में चिकित्सा प्रतिपूर्ति की राशि भी दी जाती है। यदि कर्मचारियों के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू होगी तो फिर कर्मचारियों को प्रतिमाह चिकित्सा भत्ता नहीं देना पड़ेगा। बल्कि चिकित्सा भत्ता की राशि शासन के खजाने में बचेगी और कर्मचारियों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति की राशि लेने के लिए दफ्तरों का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा।

आपातकालीन स्थिति पर अस्पताल में उपचार करवाने जाते हैं वहां तत्काल भुगतान करने के पश्चात उपचार किया जाता है । इसी स्थिति में उपचार सामान्य रहने पर भुगतान कर उपचार करने में कठिनाई नही होती परंतु गंभीर उपचार होने की स्थिति में भुगतान की राशि अधिक हो जाती है जिसे तात्कालिक भुगतान कर उपचार प्रारंभ करवाने में कठिनाई आती है कैशलेस सेवा प्रारंभ होने पर भुगतान उपरांत उपचार प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी एवं *कैशलेस कार्ड का उपयोग करते हुए तात्कालिक उपचार प्रारंभ कराया जाना सहायता पूर्वक होगा ।* शासकीय कर्मचारियों से कहा कि सब मिलकर प्रयास करें जिससे कैशलेस सेवा प्रारंभ हो सके ताकि भुगतान के कारण किसी कर्मचारी या कर्मचारी के प्रिय जनों को नुकसान न झेलना पड़े l

*आशिष राज पाटले, जिला संयोजक, जांजगीर चांपा*

कर्मचारियों से कहा कि आईए हम सब अपने मांग को ट्विटर X के माध्यम से शासन को मांग करेंगे इससे हमारे कार्य भी प्रभावित नहीं होंगे। इसके लिए केवल हमें प्रतिदिन 5 मिनट समय देकर ट्वीट करना होगा जिला स्तर एवं राज्य स्तर पर बनाए गए ट्विटर अकाउंट में जाकर हमारे मांग को रिट्वीट कर समर्थन दीजिए l

*प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र राठौर*

प्रतिनिधि मंडल की बातों को सुनने के बाद आकाश छिकारा कलेक्टर जिला जांजगीर चांपा ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह कर्मचारियों की भावनाओं से राज्य सरकार को अवगत कराकर कैशलेश चिकित्सा लागू करने का पूरा प्रयास करेंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र राठौर, जिला संयोजक आशिष राज पाटले, लिपिक संघ जिलाध्यक्ष विशाल वैभव, वाहन चालक संघ जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर गोस्वामी, दिनेश तिवारी, हरीश गोपाल, दिलीप भारती, आशीष सिंह, दीनानाथ साहू ,विवेक राठौर, मधु कारकेल, महेश्वर साहू ,सुशील अनंत ,योगेश बनर्जी, एस.डी.मानिकपुरी, ब्रजेश कुमार कौशिक, हीरालाल यादव, भोलेनाथ यादव, गजेन्द्र कुमार शर्मा, महेन्द्र देवांगन, गोपी कृष्ण गोपाल यादव, राकेश यादव, भुजबल यादव, जागृत दास मानिकपुरी, सत्येंद्र उपाध्याय के साथ भारी संख्या में शासकीय कर्मचारी उपस्थित रहे।

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रायपुर। छत्तीसगढ़ कैशलेस चिकित्सा सेवा कर्मचारी कल्याण संघ जिला-जांजगीर-चांपा के जिला संयोजक आशिष राज पाटले द्वारा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, छत्तीसगढ़ शासन को आकाश छिकारा कलेक्टर जिला जांजगीर चांपा के माध्यम से अवगत कराया कि यदि छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारीयों के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू की जाती है तो इससे कर्मचारियों को इलाज में बहुत बड़ी सुविधा मिलेगी और कर्मचारियों को इलाज के दौरान आने वाले खर्च एवं मानसिक प्रताड़ना से राहत मिलेगी। उन्हें यह भी अवगत कराया गया कि कैशलेस चिकित्सा लागू होने से शासन के खजाने में किसी भी तरह का वित्तीय भार नहीं पड़ेगा, बल्कि शासन के खजाने में राशि बचेगी। क्योंकि वर्तमान समय में शासन के द्वारा कर्मचारियों को प्रतिमाह चिकित्सा भत्ता दिया जाता है। उसके अलावा चिकित्सा में खर्च होने के बाद क्लेम करने पर कर्मचारियों को क्लेम के रूप में चिकित्सा प्रतिपूर्ति की राशि भी दी जाती है। यदि कर्मचारियों के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू होगी तो फिर कर्मचारियों को प्रतिमाह चिकित्सा भत्ता नहीं देना पड़ेगा। बल्कि चिकित्सा भत्ता की राशि शासन के खजाने में बचेगी और कर्मचारियों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति की राशि लेने के लिए दफ्तरों का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। आपातकालीन स्थिति पर अस्पताल में उपचार करवाने जाते हैं वहां तत्काल भुगतान करने के पश्चात उपचार किया जाता है । इसी स्थिति में उपचार सामान्य रहने पर भुगतान कर उपचार करने में कठिनाई नही होती परंतु गंभीर उपचार होने की स्थिति में भुगतान की राशि अधिक हो जाती है जिसे तात्कालिक भुगतान कर उपचार प्रारंभ करवाने में कठिनाई आती है कैशलेस सेवा प्रारंभ होने पर भुगतान उपरांत उपचार प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी एवं *कैशलेस कार्ड का उपयोग करते हुए तात्कालिक उपचार प्रारंभ कराया जाना सहायता पूर्वक होगा ।* शासकीय कर्मचारियों से कहा कि सब मिलकर प्रयास करें जिससे कैशलेस सेवा प्रारंभ हो सके ताकि भुगतान के कारण किसी कर्मचारी या कर्मचारी के प्रिय जनों को नुकसान न झेलना पड़े l *आशिष राज पाटले, जिला संयोजक, जांजगीर चांपा* कर्मचारियों से कहा कि आईए हम सब अपने मांग को ट्विटर X के माध्यम से शासन को मांग करेंगे इससे हमारे कार्य भी प्रभावित नहीं होंगे। इसके लिए केवल हमें प्रतिदिन 5 मिनट समय देकर ट्वीट करना होगा जिला स्तर एवं राज्य स्तर पर बनाए गए ट्विटर अकाउंट में जाकर हमारे मांग को रिट्वीट कर समर्थन दीजिए l *प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र राठौर* प्रतिनिधि मंडल की बातों को सुनने के बाद आकाश छिकारा कलेक्टर जिला जांजगीर चांपा ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह कर्मचारियों की भावनाओं से राज्य सरकार को अवगत कराकर कैशलेश चिकित्सा लागू करने का पूरा प्रयास करेंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र राठौर, जिला संयोजक आशिष राज पाटले, लिपिक संघ जिलाध्यक्ष विशाल वैभव, वाहन चालक संघ जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर गोस्वामी, दिनेश तिवारी, हरीश गोपाल, दिलीप भारती, आशीष सिंह, दीनानाथ साहू ,विवेक राठौर, मधु कारकेल, महेश्वर साहू ,सुशील अनंत ,योगेश बनर्जी, एस.डी.मानिकपुरी, ब्रजेश कुमार कौशिक, हीरालाल यादव, भोलेनाथ यादव, गजेन्द्र कुमार शर्मा, महेन्द्र देवांगन, गोपी कृष्ण गोपाल यादव, राकेश यादव, भुजबल यादव, जागृत दास मानिकपुरी, सत्येंद्र उपाध्याय के साथ भारी संख्या में शासकीय कर्मचारी उपस्थित रहे।
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