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मनरेगा के कामों से श्रमिको को हो रहा लाभ, 2 लाख से अधिक श्रमिक को मिला रोजगार

बिलासपुर। मनरेगा के कामों से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काम मिल रहा है। शासन की इस योजना से ग्रामीण अपने परिवार का पालन कर योजना का लाभ ले रहे है। योजना में लगभग 2 लाख श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्तमान में 403 पंचायतों में 1 हजार 73 कार्य मनरेगा के तहत चल रहे है। जिसमें 68 हजार 448 मजदूर कार्यरत हैं। मनरेगा के तहत तालाब निमार्ण, तालाब गहरीकरण, डबरी, कुंआ, मेड़ बंधान, कच्ची नाली, पशुपालन शेड, कच्ची सड़क, मुक्तिधाम, पचरी और पंचायत भवन के कार्य चल रहे हैं। जिसमें प्रतिदिन 68 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। योजना के अंतर्गत विगत 8 माह में 42 लाख 55 हजार से अधिक मानव दिवसों में रोजगार उपलब्ध कराया गया। जिले में वर्तमान में 1 लाख 61 हजार 938 परिवार और 3 लाख 32 हजार 381 मजदूर मनरेगा के तहत पंजीकृत एवं सक्रिय है।

विकासखंड बिल्हा के 95 ग्राम पंचायतों में 231 कार्य चल रहे हैं जिनमें 15 हजार 700 से अधिक मजदूरों को रोजगार मिल रहा है। इसी तरह कोटा विकासखंड के 88 ग्राम पंचायतों में 251 कार्यों में 17 हजार 151 मजदूरों को काम मिल रहा है। मस्तूरी विकासखंड के 115 ग्राम पंचायतों में 300 कार्यों में 17 हजार 517 मजदूर और तखतपुर विकासखंड के 105 ग्राम पंचायतों में संचालित 291 कार्यों में 18 हजार से अधिक मजदूर कार्यरत है।

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बिलासपुर। मनरेगा के कामों से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काम मिल रहा है। शासन की इस योजना से ग्रामीण अपने परिवार का पालन कर योजना का लाभ ले रहे है। योजना में लगभग 2 लाख श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्तमान में 403 पंचायतों में 1 हजार 73 कार्य मनरेगा के तहत चल रहे है। जिसमें 68 हजार 448 मजदूर कार्यरत हैं। मनरेगा के तहत तालाब निमार्ण, तालाब गहरीकरण, डबरी, कुंआ, मेड़ बंधान, कच्ची नाली, पशुपालन शेड, कच्ची सड़क, मुक्तिधाम, पचरी और पंचायत भवन के कार्य चल रहे हैं। जिसमें प्रतिदिन 68 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। योजना के अंतर्गत विगत 8 माह में 42 लाख 55 हजार से अधिक मानव दिवसों में रोजगार उपलब्ध कराया गया। जिले में वर्तमान में 1 लाख 61 हजार 938 परिवार और 3 लाख 32 हजार 381 मजदूर मनरेगा के तहत पंजीकृत एवं सक्रिय है।

विकासखंड बिल्हा के 95 ग्राम पंचायतों में 231 कार्य चल रहे हैं जिनमें 15 हजार 700 से अधिक मजदूरों को रोजगार मिल रहा है। इसी तरह कोटा विकासखंड के 88 ग्राम पंचायतों में 251 कार्यों में 17 हजार 151 मजदूरों को काम मिल रहा है। मस्तूरी विकासखंड के 115 ग्राम पंचायतों में 300 कार्यों में 17 हजार 517 मजदूर और तखतपुर विकासखंड के 105 ग्राम पंचायतों में संचालित 291 कार्यों में 18 हजार से अधिक मजदूर कार्यरत है।

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