जांजगीर-चांपा। हमर राज पार्टी के नेताओं ने गुरुवार को जांजगीर एक होटल में प्रेस कांफे्रंस का आयोजन किया। जिसमें पार्टी के संयोजक पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अकबर राम कोर्राम, राष्ट्रीय सचिव विनोद नागवंशी उपस्थित थे। प्रेस कांफे्रंस में पत्रकारों के सामने अरविंद नेताम ने कहा कि भाजपा की सरकार बने या कांग्रेस की, इन दोनों ही पार्टियों की सरकार ने आदिवासियों की मांगों पर कभी विचार नहीं किया। आदिवासी समाज राजनीति में आगे आए और उभरे दोनों ही पार्टियां नहीं चाहती। यह अधिकारों की लड़ाई है। हमारा मुख्य मुद्दा समाज का विकास करना है। यही वजह है कि हमने एक अलग पार्टी का निर्माण किया और चुनाव में भाग ले रहे हैं। नेताम ने कहा कि जल, जंगल, जंगल जमीन को सुरक्षित रखने के लिए हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं। जंगल लगातार उजड़ता जा रहा है। कुछ दिनों बाद आदिवासियों के बसने के लिए जमीन नहीं रह जाएगी। इसके लिए हम अलग पार्टी का निर्माण करते हुए लोकसभा चुनाव में अपना कंडीडेट उतारे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भूपेश की सरकार बनी तो भी हमारी उपेक्षा की। मोदी की सरकार भी जंगल जमीन को लीज में देने की बात कह रही है। यह खतरे की घंटी है। यह हम सबके लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन हो रहा है। साल के पेड़ कट रहे हैं। नदी में पानी नहीं है। बस्तर को भी एहसास हो रहा है कि उनके पास अब जंगल नहीं है। सरकार को जगाने के लिए मीडिया एक बेहतर माध्यम है। कोई भी नेता समाज के हित में बारे में नहीं सोचते। मौके पर हमर राज पार्टी के प्रत्याशी अनिल मनहर मौके पर मौजूद रहे।
शिक्षा स्वास्थ्य का बुरा हाल है
हमर राज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अकबर राम कोर्राम ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा स्वास्थ्य का बुरा हाल है। एक ओर कोर्ट ने आदेश दिया है कि आदिवासियों को पदोन्नति में लाभ नहीं मिलेगी। मामला कोर्ट में लंबित है। वहीं मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा। स्कूल तो खुले हैं, लेकिन शिक्षक नहीं है। अस्पताल खुले हैं लेकिन डॉक्टर नहीं है। बस्तर इलाके में बांस बल्ली के सहारे स्कूल संचालित हो रही है। इसकी सरकार को चिंता नहीं है।