- प्रदेश सचिव रंजेश सिंह ने कॉलेजो पर लगाया कई गंभीर आरोप
(वासु सोनी) बिलासपुर। प्रदेश सचिव एनएसयूआई रंजेश सिंह के नेतृत्व में अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय कुलपति को यूजीसी के नियमो की अवहेलना करने वाले महाविद्यालय को प्राइवेट फॉर्म के पोर्टल से हटाने एवम फॉर्म भरने पर रोक लगने हेतु ज्ञापन सौंपा।
रंजेश सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय ने कई बार नोटिस जारी किया, लेकिन कुछ महाविद्यालय को छोड़ कर अन्य किसी भी महाविद्यालय द्वारा धारा-28 के तहत शिक्षको की भर्ती नही कि गई है। विश्वविद्यालय से ही संबंधित बिलासपुर शहर में ही स्थित शांति निकेतन नामक महाविद्यालय में पिछले कई सालों से प्राचार्य तक की नियुक्ति नही की गई है, जो पिछले 2 वर्ष से खाली है, जिसके स्थान पर कोई भी दूसरी भर्ती नही की गई है और धारा 28 के तहत एक भी शिक्षकों की भर्ती नहीं की गई है।पीएनएस एवं आरडीएस महाविद्याल के साथ-साथ बीएलटी रतनपुर, द्रोणा महामाया एक्सीलेंसी महाविद्यालय का भी यही हाल है। पूर्व में भी इसकी शिकायत एनएसयूआई ने किया था।
जिसके बाद सिर्फ एनआरडी जैसे कुछ महाविद्यालय में शिक्षको की नियुक्ति की गई बाकी सभी महाविद्यालय का हाल अभी भी ज्यों का त्यों है। नए और पुराने सभी महाविद्यालय का हाल ऐसा ही है। ऐसे महाविद्यालय जो उचित मापदंड नहीं रखते हैं। उन सभी कार्रवाई की जाए। हाल ही में खुले सभी महाविद्यालय, जो नियमो को ताक पर रखने का काम कर रहे हैं, ऐसे सभी महाविद्यालय को प्राइवेट परीक्षा फॉर्म के पोर्टल से हटा कर उन पर प्राइवेट फॉर्म भरने पर रोक लगाई जाए।
रंजेश सिंह ने कृपया जल्द मामले को कहा कि इन मामलों में अगर संज्ञान नहीं लिया जाता तो एनएसयूआई बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविधालय की होगी।
ज्ञापन देने छात्रनेता पुष्पराज साहू,प्रदीप सिंह, करन यादव,भूपेंद्र साहू, अवनीश पांडे,ओमप्रकाश मानिकपुरी,राजेंद्र पाली, जित्तू ठाकुर,बिट्टू पाठक,शुभम जयसवाल,अरुण साहू,आदित्य सोनकर,सागर लहरे, विक्की बनर्जी,पंकज सोनवानी,कृष्णकांत शर्मा, जेपी बंजारे आदि छात्र एवम छात्रनेता उपस्थित रहे।