छत्तीसगढअनुकूल जीवन शैली की सीख नई पीढ़ी के लिये वरदान साबित होगी...

अनुकूल जीवन शैली की सीख नई पीढ़ी के लिये वरदान साबित होगी : बीईओ

 

चांपा। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर मिशन लाइफ के तहत विकासखंड बम्हनीडीह के पूर्व माध्यमिक शाला के शिक्षको को शनिवार को बीआरसी भवन एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का शुभारंभ बीईओ एम डी दीवान ने किया। अतिथि के रूप में एपीसी हरिराम जायसवाल, हेमा शर्मा उपस्थित थे। प्रशिक्षण स्वनीति ग्लोबल एसोसीएट्स के सौरभ प्रकाश एवं आँचल गोयल द्वारा दिया गया। इस अवसर पर बीईओ एम डी दीवान में कहा कि बुनियादी स्तर से ही छात्रों को पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली के प्रति जागरूक करना है। यह मिशन लाइफ अनुकूल जीवन शैली की सीख नई पीढ़ी के लिये वरदान साबित होगी। बुनियादी स्तर पर छात्रों को सिखाया पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जीवन शैली एक आदत है जो शुरू से जैसी बन जाती है वैसी ही अंत तक लगभग बनी रहती है। ऐसे में यदि छात्रों में शुरुआत से ही अनुकूल जीवन शैली के प्रति रुझान पैदा कर दिया जाय या फिर इसके फायदे और नुकसान के प्रति सचेत कर दिया जाय तो वे निश्चित ही अमल करेंगे। उन्होंने सभी शिक्षकों से कहा कि प्रशिक्षण की बारीकियों को समझ कर स्कूलों में इसे अमल पर लाएंगे। प्रशिक्षक सौरव प्रकाश एवं आँचल गोयल ने जल सरंक्षण, कबाड़ से जुगाड, किचन गार्डन, स्वच्छता, कचरा विभाजन आदि पर पूर्व माध्यमिक शाला के शिक्षको को प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर धन्य कुमार पांडेय, सुशील शर्मा, सीएसी धरमदास मानिकपुरी उपस्थित थे।

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  चांपा। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर मिशन लाइफ के तहत विकासखंड बम्हनीडीह के पूर्व माध्यमिक शाला के शिक्षको को शनिवार को बीआरसी भवन एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का शुभारंभ बीईओ एम डी दीवान ने किया। अतिथि के रूप में एपीसी हरिराम जायसवाल, हेमा शर्मा उपस्थित थे। प्रशिक्षण स्वनीति ग्लोबल एसोसीएट्स के सौरभ प्रकाश एवं आँचल गोयल द्वारा दिया गया। इस अवसर पर बीईओ एम डी दीवान में कहा कि बुनियादी स्तर से ही छात्रों को पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली के प्रति जागरूक करना है। यह मिशन लाइफ अनुकूल जीवन शैली की सीख नई पीढ़ी के लिये वरदान साबित होगी। बुनियादी स्तर पर छात्रों को सिखाया पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जीवन शैली एक आदत है जो शुरू से जैसी बन जाती है वैसी ही अंत तक लगभग बनी रहती है। ऐसे में यदि छात्रों में शुरुआत से ही अनुकूल जीवन शैली के प्रति रुझान पैदा कर दिया जाय या फिर इसके फायदे और नुकसान के प्रति सचेत कर दिया जाय तो वे निश्चित ही अमल करेंगे। उन्होंने सभी शिक्षकों से कहा कि प्रशिक्षण की बारीकियों को समझ कर स्कूलों में इसे अमल पर लाएंगे। प्रशिक्षक सौरव प्रकाश एवं आँचल गोयल ने जल सरंक्षण, कबाड़ से जुगाड, किचन गार्डन, स्वच्छता, कचरा विभाजन आदि पर पूर्व माध्यमिक शाला के शिक्षको को प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर धन्य कुमार पांडेय, सुशील शर्मा, सीएसी धरमदास मानिकपुरी उपस्थित थे।
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