तखतपुर। वार्ड में सड़क नही बनने से आक्रोशित पांच ने जमकर बवाल मचाया। मोबाइल टॉवर में चढ़कर सुसाइड करने के लिए भी तैयार हो गया। बड़ी मुश्किल से थानेदार और तहसीलदार के समझाने पर वह टॉवर से नीचे उतरा और कहा की मैं पंच हूं.. अपने वार्ड में सड़क नही बनवा पाया तो मुझे जिने का कोई अधिकार नहीं है…, मुझे मर जाना चाहिए …।
तखतपुर से लगे ग्राम पंचायत देवरी में एक पंच जयशंकर चौबे सुसाइड करने के लिए मोबाइल टॉवर पर चढ़ गया। ऊपर में चढ़ने के बाद पंच चिल्ला – चिल्ला कर कहने लगा मुझे जीने का कोई अधिकार नहीं…, बड़ी उम्मीद से लोगों ने मुझे पंच बनाया है और मैं एक सड़क तक नहीं बनवा पा रहा हूं…, मेरा मर जाना ही अच्छा है… उसकी ये बात सुनके पूरे गांव में कोहराम मच गया। कोई थाना फोन करने लगा.. तो कोई तहसीलदार को फोन लगाने लगा…, कोई उसे मानने के लिए दौड़ भाग करने लगे। गांव के लोग उसे बातचीत में उलझाकर रखे तब तक थानेदार और तहसीलदार भी पूरे स्टाफ के साथ पहुंच गए। पूरा गांव टॉवर के आसपास इकट्ठा हो गया। फिर टॉवर में चढ़े पंच से बातचित शुरू हुई। बहुत समझाने के बाद वह नीचे उतरा तो थानेदार से कहने लगा आप अपनी गाड़ी उस गली में चलाकर देखिए, फिर कहना…, आपकी सरकारी गाड़ी भी नहीं चल पाएगी उस दलदल में… मैं एक साल से कह रहा हूं… सड़क बनाओ… कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है…, मेरे वार्ड में भी लोग रहते है… कुछ उम्मीद करके ही मुझे सरपंच बनाया… और उनकी उम्मीद को पूरा नहीं कर पा रहा हूं तो जीने का मतलब ही क्या है ..? दरोगा साहब यही मेरा बयान है… यही लिख लेना दरोगा साहब .. अब आप लोग जाओ…, आप लोग सोच रहे होगे मैं दारू पिया हूं .. तो सुन लो … मैं दारू नहीं पिता… गुटका खाता हूं… गुड़ाखू करता हूं… दारू नहीं पिता…, यही मेरा बयान है।
दरअसल ग्राम पंचायत देवरी के पंच जयशंकर चौबे वार्ड में सड़क नही बनने से परेशान है। उसका कहना है कि कई बार सड़क के लिए प्रयास किया गया पर आज तक सड़क नही बनी। फिलहाल थाना प्रभारी तखतपुर एसआर साहू और नायब तहसीलदार राहुल साहू की समझाइश पर मामला टल गया है। लेकिन सड़क नही बनी तो पंच को फिर से गुस्सा आ सकता है, इसके लिए अधिकारियों को तैयार रहना चाहिए।