वासु सोनी, बिलासपुर। केंद्रीय रेलवे अस्पताल में प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए एक डॉक्टर ने विरोध किया। अस्पताल के एमडी पर लापरवाह कर्मचारी को संरक्षण देते हुए ट्रांसफर कर देने से नाराज डॉक्टर ने जमकर हंगामा मचाया और विरोध दर्ज किया। इस बीच आरपीएफ टीम ने इसे छावनी में तब्दील कर दिया। डॉक्टर ने एमडी डॉ एस ए नजमी पर तानाशाही करते हुए चार्जशीट नोटिस देने के गंभीर आरोप लगाया। मामले पर काफी देर तक हंगामा मचता और रेलवे यूनियन के लोग भी शामिल हो गए। यूनियन और अन्य लोगों ने डॉक्टर राजीव यादव का पक्ष लेते हुए न्याय की गुहार लगाने का दावा किया।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन में इलाज के लिए केंद्रीय अस्पताल एक महत्वपूर्ण संस्थान है। जहां रेलवे के कर्मचारियों का उपचार होता है। इस स्वास्थ्य के अहम संस्थान में इलाज के अलावा अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही गाहे बगाहे उजागर होती रही है। लेकिन प्रबंधन की लापरवाही को होने के संस्थान से जुड़े डॉक्टर ने उजागर किया। केंद्रीय रेलवे अस्पताल में काम करने वाले चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ राजीव यादव ने अस्पताल के एमडी एस ए नजमी पर तानाशाही करने और लापरवाह कर्मचारियों को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया है। वही शिकायत करने पर ट्रांसफर भी कर दिया गया। इस बात से नाराज डॉक्टर ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और जमकर हंगामा हुआ। शुक्रवार को हुई है इस पूरे घटनाक्रम में आरपीएफ का बल मौके पर पहुंच गया और विवाद और बढ़ गया। इसके अलावा रेलवे श्रमिक यूनियन के नेता भी पहुंच गए और रेलवे के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी।
इस विवाद के बीच डॉक्टर राजीव यादव ने पिछले कुछ दिनों से उनके साथ हो रही प्रताड़ना और इलाज कराने आ रहे लोगों के साथ लापरवाही को उजागर किया। डॉक्टर राजीव ने फार्मासिस्ट पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि इसके अलावा कुछ दिनों पहले एक बच्चे के इलाज में लगने वाली दवा उनके द्वारा लिखे जाने पर लापरवाही बरती गई। जिसकी शिकायत एमडी से करने पर भी उसे संरक्षण दिया है। वहीं अब उनका ट्रांसफर भी कर दिया। जिससे परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया है। डॉक्टर ने इसकी शिकायत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक और केंद्रीय रेल मंत्री सहित करने की बात कही है।