छत्तीसगढक्या पूरी होगी युवाओ की इच्छा या अनशन से निकलेगी जान

क्या पूरी होगी युवाओ की इच्छा या अनशन से निकलेगी जान

बिलासपुर। एसईसीएल में काम करना हर कोई चाहता है लेकिन वर्तमान समय मे एसईसीएल ऐसे हथकंडे अपना रहा है कि युवा वर्ग आये दिन हड़ताल या फिर आमरण अनशन करने विवश है। वही एक बार फिर एसईसीएल मुख्यालय के सामने माइनिंग के तीन छात्र विनय कौशल, संतोष साहू, रवि लाल अनिश्चित काल के लिए आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक मांगे पूरी नही होती तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे।

पूर्व में भी इनके द्वारा अप्रेंटिसशिप हेतु सीट में बढ़ोतरी के लिए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर एसईसीएल के सीनियर मैनेजर ( आईआर) शशिकिरण को उक्त संबंध में ज्ञापन दिया गया था उनके द्वारा सात दिवस में उचित कदम उठाने की बात कही गई थी ऐसा इनके द्वारा बताया गया, लेकिन आज दिनांक तक अप्रेंटिसशिप के सीटों में कोई बढ़ोतरी नहीं होने की वजह से इसी मांग को लेकर आज से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन हेतु बैठे हैं। जबरदस्ती थाने ले जाया जाएगा तो वहां पर भी अनशन पर रहेंगे और उनके थाने ले जाने के बाद भी और उनके साथी भी एसईसीएल मुख्यालय के सामने अनशन पर बैठ जाएंगे।

 

सिर्फ बहाने बना रहे अधिकारी
अनशन में बैठे युवा ने बताया कि जब अधिकारी से उनकी बात हुई तो उन्होंने आश्वाशन तो दे दिया लेकिन उनका अंदाज ए बयां यही था कि कुछ नही हो सकता।

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बिलासपुर। एसईसीएल में काम करना हर कोई चाहता है लेकिन वर्तमान समय मे एसईसीएल ऐसे हथकंडे अपना रहा है कि युवा वर्ग आये दिन हड़ताल या फिर आमरण अनशन करने विवश है। वही एक बार फिर एसईसीएल मुख्यालय के सामने माइनिंग के तीन छात्र विनय कौशल, संतोष साहू, रवि लाल अनिश्चित काल के लिए आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक मांगे पूरी नही होती तब तक वे अनशन पर बैठे रहेंगे। पूर्व में भी इनके द्वारा अप्रेंटिसशिप हेतु सीट में बढ़ोतरी के लिए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर एसईसीएल के सीनियर मैनेजर ( आईआर) शशिकिरण को उक्त संबंध में ज्ञापन दिया गया था उनके द्वारा सात दिवस में उचित कदम उठाने की बात कही गई थी ऐसा इनके द्वारा बताया गया, लेकिन आज दिनांक तक अप्रेंटिसशिप के सीटों में कोई बढ़ोतरी नहीं होने की वजह से इसी मांग को लेकर आज से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन हेतु बैठे हैं। जबरदस्ती थाने ले जाया जाएगा तो वहां पर भी अनशन पर रहेंगे और उनके थाने ले जाने के बाद भी और उनके साथी भी एसईसीएल मुख्यालय के सामने अनशन पर बैठ जाएंगे।   सिर्फ बहाने बना रहे अधिकारी अनशन में बैठे युवा ने बताया कि जब अधिकारी से उनकी बात हुई तो उन्होंने आश्वाशन तो दे दिया लेकिन उनका अंदाज ए बयां यही था कि कुछ नही हो सकता।
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